'चिट्ठी आई है' गाने को पंकज उधास ने डर की वजह से कह दिया था ना, क्या आपको पता है ये रोचक कहानी?
- Pankaj Udhas Songs: पंकज उधास का गाना चिट्ठी आई है कई लोगों को रुला चुका है। गाना सुनने के बाद सबसे पहले राज कपूर रोए थे। पंकज उधास इस गाने से जुड़े कई किस्से बता चुके हैं।
रेडियो पर फौजी भाइयों के लिए जब 'चिट्ठी आई है' गाना बजता तो शायद ही कोई आंख नम न होती हो। अब इस गीत को गाने वाले पंकज उधास लोगों को रुलाकर इस दुनिया से अलविदा कह गए हैं। उन्होंने जब यह गाना गाया था तो राज कपूर भी रो पड़े थे। उन्होंने पंकज से कहा था इस गाने को गाकर पंकज अमर हो गए। इस गाने के रिकॉर्डिंग की रोचक कहानी खुद पंकज कई बार बता चुके हैं।
चिट्ठी आई ने किया अमर
पंकज उधास अब इस दुनिया में नहीं लेकिन उनके गाए गाने और गजलें हमेशा हमारे कानों में मिठास घोलेंगे। चिट्ठी आई है, न कजरे की धार, और आहिस्ता कीजिए बातें...जैसे कई गीत लोगों को ध्यान आ रहे हैं। 'चिट्ठी आई है' उनका आइकॉनिक गीत है जिससे उन्हें घर-घर पहचान मिली। लल्लन टॉप से बातचीत में पंकज इस गाने से जुड़ी कई यादें साझा कर चुके हैं। उन्होंने बताया था, राज कपूर फ्लाइट में मिले और बोले, पंकज उधास अमर हो गया।
राज कपूर रो पड़े
उस वक्त नाम फिल्म रिलीज नहीं हुई थी। पंकज समझ नहीं पाए कि राज कपूर ने ऐसा क्यों कहा। इस पर राज कपूर बोले, चिट्ठी आई है। पंकज बोले, मुझे ताज्जुब हुआ कि गाना तो अभी रिकॉर्ड किया है। राज साहब को कैसे पता चला। पंकज ने फिर बताया कि राज कपूर और राजेंद्र कुमार (नाम के प्रोड्यूसर) की गहरी दोस्ती थी। गाना पंकज पर पिक्चराइज किया गया था। राजेंद्र कुमार के घर में थिएटर था। उन्होंने राज कपूर को बुलाकर गाना दिखाया था। पंकज बताते हैं, राज साहब रोने लगे कि सालों में पहली बार ऐसा गाना सुना था।
बताया रोचक किस्सा
पंकज ने चिट्ठी आई है से जुड़ा एक और किस्सा बताया। गाने के संगीतकार लक्ष्मीकांत, प्यारे लाल थे। गाने की रिकॉर्डिंग वाले दिन पंकज कहीं से कॉन्सर्ट करके आए थे। थोड़े थके थे। शाम को उस गाने की रिकॉर्डिंग थी।
जब लक्ष्मीकांत को लगी कुछ कमी
पंकज ने बताया, गाना पहले बिना डबिंग के रिकॉर्ड होता है। लाइव गाना था। सारा ऑक्रेस्ट्रा था। रिहर्सल के बाद टेक लेने की बात आई। 2 टेक के बाद लक्ष्मीकांत आकर सिंगर के बूथ में मुझे बैठाकर बोले, चाय पीजिए। तो चाय पी। बोले कि पंकजजी गाने का मूड और सेंटिमेंट्स आप सही ढंग से निभा रहे हैं पता नहीं क्यों कुछ कमी महसूस हो रही है।
एक ही टेक में रिकॉर्ड हुआ गाना
पंकज ने पूछा क्या क्या कमी हो सकती है। मैं तो दिल से गा रहा हूं। लक्ष्मीकांत ने पूछा कि कॉन्सर्ट में कैसे गाते हैं। मैने बताया कि वहां हारमोनियम लेकर स्टेज पर गाता हूं। बोले 2 मिनट रुकिए कुछ सोचता हूं। उन्होंने बाहर जाकर स्टूडियो के बीच टेबल बिछाकर हारमोनियम की व्यवस्था की। माइक लगवाया। वहां गवाया। जब गाया तो लगा कि अभी फिर रीटेक करवाएंगे। लक्ष्मीकांत के चेहरे पर रौनक आ गई। उसी मूड में रिकॉर्ड हो गया। पंकज ने बताया कि गाना काफी लंबा है। बिना किसी गलती के पूरा गा दिया। लक्ष्मीकांत आकर बोले, कमाल कर दिया।
सिंगर बनकर गाना था गाना
चिट्ठी आई है नाम फिल्म का गाना है। इसमें संजय दत्त हीरो हैं। पंकज उधास ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि इस गाने को गाने से पहले राजेंद्र कुमार के साथ उनकी मिसअंडरस्टैंडिंग हो गई थी। पंकज ने यह गाना गाने से मना कर दिया था। फिल्म की स्टोरी सलीम खान ने लिखी थी। महेश भट्ट डायरेक्टर थे और राजेंद्र कुमार प्रोड्यूसर। सबको लगा कि यह गाना किसी रियल लाइफ सिंगर को स्टेज पर गाना चाहिए न कि हीरो को। फिल्म में कॉन्सर्ट का सीन था तो गाना सिंगर को ही गाना था।
राजेंद्र कुमार हुए गुस्सा
जब पंकज को अप्रोच किया गया तो प्रोड्यूसर ने पूरी कहानी नहीं बताई बस इतना कहा कि फिल्म में दिखना है। पंकज इस बात से डर गए। राजेंद्र कुमार ने बताया कि फिल्म में उनका बेटा कुमार गौरव, संजय दत्त है और उन्हें भी दिखना है। पंकज बोले, मैं डर गया क्योंकि फिल्मों में एक्टिंग नहीं करना चाहता था। पंकज ने राजेंद्र कुमार से कहा कि वह जल्दी जवाब देंगे और पलटकर जवाब ही नहीं दिया। इस बात पर वह नाराज हो गए। इसके बाद उन्होंने पंकज के बड़े भाई मनोज को फोन करके कहा उनके भाई को तमीज नहीं है। जब मनोज ने पंकज से पूछा तो पंकज बोले, मुझे फिल्मों में एक्टिंग नहीं करनी।
ऐसे किया गाना
पंकज ने राजेंद्र कुमार को फोन करके माफी मांगी और कहा कि वह एक्टिंग नहीं करना चाहते। इस पर राजेंद्र बोले, तुमसे एक्टिंग करने को किसने कहा? तब बताया कि पंकज उधास बनकर ही फिल्म में आना है। इसके बाद बात पक्की हुई।