बॉलीवुड के 5 आइकॉनिक विलेन के किरदार इन एक्टर्स ने कर दिए थे रिजेक्ट, बाद में पछताए
- हिंदी फिल्मों के पॉपुलर विलेन के किरदारों को रिजेक्ट कर दिया गया था। बाद में ये किसी दूसरे एक्टर ने निभा कर अमर कर दिए।
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हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में एक कहावत मशहूर है कि हीरो को तो दुनिया पसंद करती है, कोई विलेन को पसंद करके दिखाए। इंडस्ट्री में कई शानदार फिल्में बनी हैं, लेकिन ये फिल्में बिना धांसू विलेन के अधूरी होती। गब्बर सिंह हो या मोगैम्बो ये ऐसे किरदार है जो कभी नहीं भुलाए जा सकते। लेकिन क्या आप जानते हैं पहले ये यादगार किरदार किसी और को ऑफर किए गए थे।
गब्बर सिंह (शोले, 1975)
गब्बर सिंह, भारतीय सिनेमा के सबसे मशहूर खलनायकों में से एक है। अमजद खान ने इस किरदार को अपनी दमदार आवाज़ और डरावने एक्सप्रेशन्स से अमर बना दिया। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि यह किरदार पहले डैनी डेन्जोंग्पा को ऑफर किया गया था। डैनी उस समय अपने करियर के पीक पर थे और उनके पास कई फिल्में थीं। ‘शोले’ की शूटिंग लंबी चलने वाली थी, जिससे उनकी डेट्स मैच नहीं हुईं और उन्होंने यह फिल्म छोड़ दी। बाद में यह रोल अमजद खान को मिला और वह हमेशा के लिए ‘गब्बर सिंह’ बन गए।
मोगैम्बो (मिस्टर इंडिया, 1987)
"मोगैम्बो खुश हुआ!" यह डायलॉग आज भी लोगों की ज़ुबान पर है। अमरीश पुरी ने इस किरदार को इतनी खूबसूरती से निभाया कि अब किसी और को इस रोल में सोच पाना मुश्किल है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि यह रोल पहले अनुपम खेर को ऑफर किया गया था। अनुपम खेर ने स्क्रीन टेस्ट भी दिया था, लेकिन फिल्म के डायरेक्टर शेखर कपूर को लगा कि इस रोल के लिए किसी और की जरूरत है। बाद में अमरीश पुरी को कास्ट किया गया और उन्होंने इस किरदार को अमर कर दिया। अनुपम ने एक इंटरव्यू में ये बात स्वीकार की थी कि अमरीश पुरी से अच्छा काम वो नहीं कर पाते।
क्राइम मास्टर गोगो (अंदाज़ अपना अपना, 1994)
"आंखें निकालकर गोटियां खेलता हूं मैं!" यह डायलॉग सुनते ही सबसे पहले शक्ति कपूर का चेहरा याद आता है। लेकिन यह किरदार पहले टीनू आनंद को ऑफर किया गया था। टीनू आनंद की डेट्स की दिक्कतों की वजह से यह रोल शक्ति कपूर को मिला। उनकी कॉमिक टाइमिंग और डायलॉग डिलीवरी ने क्राइम मास्टर गोगो को हिंदी सिनेमा के सबसे यादगार विलेन में से एक बना दिया।
राहुल मेहरा (डर, 1993)
"क…क…क…किरण!" इस डायलॉग ने शाहरुख खान को बॉलीवुड के टॉप एक्टर्स में शामिल कर दिया। ‘डर’ फिल्म में उन्होंने एक जुनूनी प्रेमी और विलेन का किरदार निभाया, जिसने ऑडियंस को हैरान कर रख दिया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस रोल के लिए पहले आमिर खान को अप्रोच किया गया था? आमिर को यह रोल पसंद नहीं आया क्योंकि यह एक नेगेटिव किरदार था। उन्होंने इसे करने से मना कर दिया और फिर यह रोल शाहरुख खान को मिला, जो उनके करियर का टर्निंग पॉइंट बन गया।
भल्लाल देव (बाहुबली, 2015-2017)
‘बाहुबली’ सीरीज में भल्लाल देव का किरदार इतना दमदार था कि कई बार लोगों को लगा कि वह ही असली हीरो है।
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राणा दग्गुबती ने इस किरदार के लिए जबरदस्त मेहनत की और अपनी बॉडी ट्रांसफॉर्म कर ली। लेकिन इस किरदार के लिए पहली पसंद जॉन अब्राहम थे। जॉन को इस रोल के लिए अप्रोच किया गया था, लेकिन उन्होंने इसे करने से मना कर दिया। इसके बाद यह रोल राणा दग्गुबती को मिला और उन्होंने इसे अपने अंदाज में यादगार बना दिया।
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