Hindi Newsक्रिकेट न्यूज़When Ajinkya Rahane save Yashasvi Jaiswal and he did not get 4 match suspension for sledging

यशस्वी जायसवाल पर लगने वाला था 4 मैच के लिए बैन, लेकिन अजिंक्य रहाणे ने ऐसे किया बचाव

  • यशस्वी जायसवाल पर घरेलू क्रिकेट में 4 मैच के लिए बैन लगने वाला था, लेकिन उस समय के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने उनका बचाव किया था और स्लेजिंग के कारण उनको खुद ही मैदान से बाहर भेज दिया था, क्योंकि वे हद पार कर चुके थे।

Vikash Gaur लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 29 Oct 2024 01:56 PM
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क्रिकेट हो या कोई भी मैच हो, अक्सर हम दो प्रतिद्वंदियों के बीच स्लेजिंग देखते हैं और सुनते हैं। अगर ये हद तक हो तो जायद है, लेकिन कोई हद पार करके तो फिर उस पर बैन या सस्पेंशन भी लग जाता है। इसी बैन से अजिंक्य रहाणे ने ओपनर यशस्वी जायसवाल को बचाया था। यशस्वी पर कम से कम 4 मैच का बैन लगने वाला था, क्योंकि उन्होंने स्लेजिंग करते हुए हद पार कर दी थी। हालांकि, मुंबई की टीम के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने तुरंत उनको मैदान से बाहर भेज दिया था और वे बैन से बच गए थे।

दरअसल, अजिंक्य रहाणे हाल ही में कर्ली टेल्स यूट्यूब चैनल पर एक इंटरव्यू में नजर आए। इस दौरान उनसे यशस्वी जायसवाल के उस सितंबर 2022 के मामले पर पूछा गया था, जब उन्होंने यशस्वी को मैदान से बाहर भेज दिया था। वेस्ट जोन और साउथ जोन के बीच दलीप ट्रॉफी 2022 का फाइनल खेला जा रहा था। उसमें रवि तेजा और यशस्वी जायसवाल के बीच लंबी स्लेजिंग हुई, जिसमें यशस्वी ने हदें पार कर दीं। ऐसे में अजिंक्य रहाण ने उनसे मैदान छोड़ने के लिए कह दिया था, क्योंकि वे बैन हो सकते थे।

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रहाणे ने बताया, "शायद वह मुझसे इस वजह से नाराज हो, लेकिन मुझे हमेशा लगता है कि खेल हमेशा सही तरीके से होना चाहिए और खेल भावना उसमें होनी चाहिए। आपको अपने विरोधियों, अंपायरों और जो भी उससे जुड़ा है, उनका सम्मान करना चाहिए। हां, अगर आपको कोई स्लेज कर रहा है तो आपको भी उसका जवाब देने की जरूरत है, लेकिन आपको एक सीमा को पार नहीं करना चाहिए। मुझे जहां तक लगता है, उस दौरान यशस्वी ने हद पार कर दी थी।"

अजिंक्य रहाणे ने आगे बताया, "यह घटना इस तरह से हुई कि अगर मैं उसे मैदान से बाहर नहीं भेजता, तो उसे अगले चार मैचों के लिए बैन कर दिया जाता। इसलिए मैंने सहज रूप से उसे मैच के दौरान मैदान से बाहर भेजने का फैसला किया। दिन के खेल के बाद मैच रेफरी मेरे पास आए और उन्होंने कहा, मैं उसे 4 मैचों के लिए बैन करने वाला था, लेकिन यह कदम, हमें भी उम्मीद नहीं थी कि आप उसे मैदान से बाहर भेज देंगे, इसलिए इसके लिए मैं उस पर सिर्फ 20 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगा रहा हूं। यही उसके साथ हुआ और उसके बाद उसने मैच खेले, लेकिन मुझे लगा नहीं था कि यह इतना बड़ा मामला होगा।"

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