Hindi Newsक्रिकेट न्यूज़Rachin Ravindra says there is no guarantee that I will get picked up for IPL my focus is on Test Series

रचिन रविंद्र का दावा- इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि मुझे IPL में पिक किया जाएगा

न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर रचिन रविंद्र ने कहा है कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि मुझे IPL में पिक किया जाएगा। उनका मानना है कि क्रिकेट और लाइफ की कोई गारंटी नहीं होती। 

Vikash Gaur लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 30 Nov 2023 03:55 PM
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न्यूजीलैंड के उभरते ऑलराउंडर रचिन रविंद्र ने कहा कि उन्होंने अपने पिता के क्रिकेट के प्रति प्यार के कारण इस खेल को चुना।
 रचिन ने हाल ही में संपन्न आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 में दमदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने 10 मैचों में 106.44 की औसत से तीन शतक और दो अर्धशतकों के साथ 578 रन बनाए। कुछ मौकों पर रचिन रविंद्र ने गेंदबाजी भी की और कुल 5 विकेट लेने में भी सफल हुए। ऐसे में कई आईपीएल टीमों की उन पर नजर है, लेकिन रचिन का इस पर कहना है कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि मुझे आईपीएल में पिक किया जाएगा। 

ईएसपीएनक्रिकइंफो को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि लाइफ और क्रिकेट में कोई गारंटी नहीं है। रचिन बोले, "चाहे यह शोर हो या जो रिपोर्ट किया जा रहा हो, मुझे लगता है कि जो महत्वपूर्ण है, जो अभी मायने रखता है वह यह है कि आपके सामने कौन सी सीरीज है। आईपीएल में अभी काफी समय है। इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि मुझे (नीलामी में) चुना जाएगा। जीवन और क्रिकेट में कोई गारंटी नहीं है। मेरा ध्यान सिर्फ उस पर है जो मेरे सामने है: बांग्लादेश टेस्ट सीरीज। आप वर्तमान में रहते हैं, आप उन क्षणों का आनंद लेते हैं। मुझे न्यूजीलैंड के लिए खेलने का जो भी मौका मिलता है, मैं उसका बहुत-बहुत आभारी हूं।"

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रचिन ने ये भी बताया कि कैसे पिता के प्यार की वजह से उनको क्रिकेट में आगे बढ़ने का मोटिवेशन मिला। उन्होंने बताया, "मुझे ऐसा लगता है (अपने पिता की वजह से क्रिकेट चुनना)। डैड क्लब क्रिकेट खेलते थे, खूब क्रिकेट देखते थे, प्लेस्टेशन पर भी खेलते थे। यह हर समय घर के आसपास चालू रहता था। स्वाभाविक रूप से, मैंने इसे उठाया। मॉम और डैड हमेशा मुझे प्लास्टिक की गेंदें फेंकते थे। मैं हमेशा बल्लेबाजी या गेंदबाजी करना चाहता था। इसकी परिणति वहां तक हुई, जहां मैं आज हूं। उन्होंने मुझे कभी भी क्रिकेट खेलने के लिए मजबूर नहीं किया। यह स्वाभाविक रूप से हुआ। मुझे अपने साथियों के साथ क्रिकेट खेलने में बहुत मजा आया। मुझे हर दिन नेट्स पर जाना, हिट करना और गेंदें फेंकना अच्छा लगता था। मुझे लगता है ऐसा ही हुआ होगा।" 

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