Notification Icon
Hindi Newsक्रिकेट न्यूज़R Ashwin Reveals the dark truth of Team India after WTC Final says Once upon a time teammates were friends Now they are colleagues

आर अश्विन ने बताई टीम इंडिया की 'काली सच्चाई', कहा- दोस्त दोस्त ना रहा, अब तो सिर्फ...

टीम इंडिया के दिग्गज स्पिनर आर अश्विन का कहना है कि कभी टीममेट्स दोस्त हुआ करते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है। अश्विन फिलहाल नंबर वन टेस्ट गेंदबाज हैं। उन्होंने 2010 में इंटरनेशनल डेब्यू किया था।

Md.Akram लाइव हिंदुस्तान टीम, नई दिल्लीSun, 18 June 2023 12:23 PM
share Share

टीम इंडिया के स्पिनर आर अश्विन आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल 2023 की प्लेइंग इलेवन से बाहर होने के बाद से लगातार चर्चा में बने हुए हैं। नंबर वन टेस्ट गेंदबाज अश्विन को बाहर रखने पर फैंस से लेकर अनेक पूर्व क्रिकेटर ने हैरानी जताई थी। भारत को फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 209 से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। वहीं, अश्विन ने अब टीम इंडिया की एक 'काली सच्चाई' बताई है। उनका कहना है कि कभी टीममेट्स दोस्त हुआ करते थे लेकिन अब सिर्फ कलीग हैं। बता दें कि अश्विन ने साल 2010 में इंटरनेशनल डेब्यू किया था। वह सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और वीवीएस लक्ष्मण समेत कई दिग्गज खिलाड़ियों के साथ भारतीय ड्रेसिंग रूम शेयर कर चुके हैं।

अश्विन ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कई मुद्दों पर बात की। अश्विन से जब पूछा गया कि क्या वह अपनी किसी टीममेट्स के साथ खुलकर बातचीत करते हैं या हेल्प लेते हैं तो स्पिनर का पहला रिएक्शन था - यह एक डीप टॉपिक है। उन्होंने बताया कि हर स्लॉट के लिए टीम में काफी कॉम्पिटिशन है जिसके चलते भारतीय ड्रेसिंग रूम में दोस्ती शब्द कहीं पीछे छूट गया है।

स्पिनर ने कहा, "यह एक ऐसा दौर है जहां हर कोई एक कलीग है। किसी समय जब क्रिकेट खेला जाता था तो सभी साथी आपके दोस्त होते थे। अब, वे सिर्फ कलीग हैं। एक बड़ा अंतर है क्योंकि लोग यहां खुद को आगे बढ़ाने के लिए हैं, दाएं या बाएं बैठे शख्स से आगे निकलने की जुगत में हैं। इसलिए किसी के पास यह कहने का समय नहीं है कि सब ठीक है, आप क्या कर रहे हैं?"

अश्विन ने आगे कहा कि मेरा मानना है कि जब आप एक-दूसरे से शेयर करते हैं तो क्रिकेट बेहतर होता है। जब आप किसी अन्य शख्स की टेक्निक और जर्नी को समझते हैं तो इससे फायदा होता है। यह होना चाहिए लेकिन नहीं होता। कोई भी आपकी हेल्प के लिए नहीं आएगा। यह एक अलग-थलग यात्रा है। बेशक, आप किसी प्रोफेशनल तक पहुंच जाएं लेकिन कभी-कभी हम भूल जाते हैं कि क्रिकेट सेल्फ-टॉट स्पोर्ट है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें