धोनी से जुड़े ऐसे किस्से जो इससे पहले कभी नहीं सुने होंगे... ऐसा शर्मीला था वो... मेरे चक्कर में जल्दी सोया और वेज खाया
आकाश चोपड़ा ने धोनी से जुड़े कुछ ऐसे किस्से सुनाए हैं, जो आपने शायद ही कभी पहले सुने हों। आकाश चोपड़ा ने बताया कि किस तरह से धोनी बाकी सभी क्रिकेटरों से एकदम अलग थे और बहुत शर्मीले थे।
महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट की दुनिया का ऐसा नाम हैं, जिसे किसी इंट्रोडक्शन की जरूरत ही नहीं है। धोनी के बारे में वैसे तो काफी कुछ उनके फैन्स को पता ही है, लेकिन उनकी कुछ आदतें ऐसी रही हैं, जिसके बारे में उनके साथ खेले हुए क्रिकेटर्स ही जानते हैं। टीम इंडिया के लिए खेल चुके आकाश चोपड़ा ने ऐसा ही किस्सा सुनाया है। 2004 में इंडिया-ए के साथ जिम्बाब्वे दौरे पर आकाश चोपड़ा और महेंद्र सिंह धोनी दोनों ही गए थे। वहां आकाश और धोनी होटल में एक ही कमरे में ठहरे थे। टीम इंडिया को अपनी कप्तानी में तीन आईसीसी ट्रॉफी जिताने वाले महेंद्र सिंह धोनी काफी मस्ती-मजाक करने वाले क्रिकेटर रहे हैं।
जियो सिनेमा पर आकाश चोपड़ा ने एक मजेदार खुलासा किया है। साल 2004 में जब इंडिया-ए टीम जिम्बाब्वे और केन्या दौरे पर गई थी तब धोनी और आकाश रूममेट थे। 'एमएस धोनी द रूममेट' के बारे में आकाश ने उसे दौरे से जुड़ी कुछ मजेदार घटनाओं के बारे में बड़े प्यार से बताया। आकाश चोपड़ा ने कुछ ऐसे किस्से शेयर किए जो पहले कभी नहीं बताए गए थे। जैसे कि, कैसे भविष्य के वर्ल्ड कप विजेता कप्तान ने उन्हें एकोमोडेट करने के लिए बिल्कुल अलग तरीके से काम किया।
आकाश ने कहा, 'रूममेट के रूप में, आपको बैलेंस की जरूरत होती है। तो, मैंने उनसे पूछा, 'आप किस समय सोना चाहते हैं?' उन्होंने कहा, 'जब भी आप चाहें लाइट बंद कर दें।' इसलिए, पूरे दौरे के लिए, वह रात 9:30 बजे सोए। मुझे नहीं पता कि वह आम तौर पर कब सोते थे, लेकिन मेरे कमरे में होने पर वह रात 9:30 बजे सोते थे क्योंकि मैं जल्दी सोना चाहता था।' चोपड़ा ने फिर याद किया कि कैसे जब खाने का ऑर्डर करने की बात आती थी तब भी धोनी के अंदर का शर्मीला इंसान बाहर आ जाता था।
आकाश ने कहा, 'अगर मैं उनसे खाना ऑर्डर करने के बारे में पूछता था, तो उन्होंने कभी फोन नहीं उठाया और ना ही ऑर्डर किया। धोनी को न चाहते हुए भी वेज खाना पड़ा था। असल में वह वेजेटेरियन नहीं थे। उन्होंने ऐसा सिर्फ इसलिए किया क्योंकि मैं वेजेटेरियन था। वह बहुत शर्मीले थे... वह नीचे जाते थे और अपना पेट भरने के लिए पेस्ट्री खाते थे क्योंकि मेरे साथ उन्हें सिर्फ दाल-रोटी मिल रही थी।'
आकाश ने कहा कि धोनी एक बड़े दिल वाले इंसान रहे हैं और उन्होंने कभी भी टीम मेट्स को अपना प्रतिद्वंद्वी नहीं समझा। आकाश ने याद करते हुए कहा, 'वह नेट्स में दिनेश कार्तिक को गेंदबाजी किया करते थे। मैं उनसे पूछता था, 'आप ऐसा क्यों कर रहे हो? वह आपका कम्पटीटर है।' वह कहते थे, 'नहीं, वह मेरा कम्पटीटर नहीं है। अगर आप बल्लेबाजी करना चाहते हैं, तो आप ऐसा कर सकते हैं। मैं सिर्फ गेंदबाजी करना चाहता हूं।”
फिर एक समय ऐसा भी आया जब आकाश चोपड़ा को अहसास हुआ कि धोनी एक जीनियस हैं। उस पल के बारे में बात करते हुए, जब उन्होंने बल्ले से धोनी की प्रतिभा को पहचाना, चोपड़ा ने कहा, 'इफ्तिखार अंजुम एक पाकिस्तानी गेंदबाज थे और 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते थे। उन्होंने (धोनी) उसे स्वीप किया और क्योंकि फाइन-लेग अंदर था, इसलिए उन्हें एक चौका मिल गया। अगली गेंद पर, अंजुम ने थर्ड मैन को अंदर लिया और फाइन-लेग के पीछे कर दिया। वह पहली बार था जब मैंने किसी बल्लेबाज को किसी तेज गेंदबाज को रिवर्स-स्वीप पर बाउंड्री मारते हुए देखा था। क्योंकि थर्ड मैन अंदर था, उन्होंने अगली गेंद को रिवर्स-स्वीप कर चार रन ले लिए। तब मेरे मुंह से निकला था- 'कौन है ये खिलाड़ी?' बाद में, मुझे अपना जवाब मिल गया। अगले 10 सालों तक कोई अन्य विकेटकीपर भारत के लिए नहीं खेला।'
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