कप्तान बेन स्टोक्स के स्वैग की आकाश चोपड़ा ने निकाली हवा, बोले- सच्चाई यह है कि उन्होंने...
Aakash Chopra on England Captain Ben Stokes: बेन स्टोक्स भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में बल्ले से कोई खास छाप नहीं छोड़ सके। स्टोक्स की भारत के पूर्व बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने कड़ी आलोचना की है।
बेन स्टोक्स के नेतृत्व वाली इंग्लैंड टीम को भारत के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-4 से हार झेलनी पड़ी। स्टार ऑलराउंडर स्टोक्स पूरी सीरीज में बल्ले से कोई खास छाप नहीं छोड़ सके। उन्होंने 10 पारियों में 199 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक शामिल है। स्टोक्स पिछले काफी समय से सिर्फ बतौर बल्लेबाज खेल रहे थे, क्योंकि उनके घुटने में परेशानी थी। हालांकि, वह धर्मशाला में आयोजित आखिरी मैच में बॉलिंग करते हुए नजर आए। उन्होंने पांच ओवर डाले और रोहित शर्मा (103) को पवेलियन भेजा। स्टोक्स की कप्तानी में इंग्लैंड ने पहली बार सीरीज गंवाई है। भारत के पूर्व बल्लेबाज और मशहूर कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने स्टोक्स की कड़ी आलोचना करते हुए उनके स्वैग की हवा निकाली है। चोपड़ा ने कहा कि इंग्लिश कप्तान बल्ले से बहुत ही निराश किया है।
चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ''बेन स्टोक्स की अलग ही कहानी है। इंग्लैंड का मीडिया बता रहा है कि वह इयान बॉथम के बराबर के ऑलराउंडर हैं। कहा जा रहा है कि स्टोक्स गजब हैं, अद्भुत हैं लेकिन सच्चाई यह है कि उन्होंने बल्लेबाज के रूप में बहुत ज्यादा निराश किया है। उन्होंने पूरी सीरीज में निराशाजनक प्रदर्शन किया है। स्टोक्स ने हैदराबाद में पहले टेस्ट में 70 रन बनाए थे, जिसके बाद उनके और टॉम हार्टली के रन लगभग बराबर हैं। वह नंबर छह पर बैटिंग करते हैं। बॉलिंग नहीं करते हैं। आप कभी अपने बैटिंग ऑर्डर में कभी कोई बदलाव नहीं करते हैं। थोड़ा इस बारे में सोचिए कि एक टीम की बैटिंग रोज फेल होती है, हर बार आप सपाट पिच पर आउट हो जाते हैं। ऐसे में आप ना तो बल्लेबाज बदलते हैं और ना ही उनका बैटिंग ऑर्डर चेंज करते हैं। यह इंग्लिश क्रिकेट की हकीकत है।''
चोपड़ा ने सीनियर बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो की भी आलोचना की, जिन्होंने सीरीज में अपना 100वां टेस्ट मैच खेला। धर्मशाला में आखिरी टेस्ट मैच में बेयरस्टो आक्रामक अंदाज में खेलने की कोशिश की लेकिन 29 और 31 रन बनाकर आउट हो गए। चोपड़ा ने कहा, ''बेयरसटो खड़े होकर नहीं खेलते हैं। उनमें खड़े होकर खेलने का कॉन्फिडेंस नहीं है। वह हाथ से गेंद को पढ़ नहीं रहे हैं। बड़े शॉट आप दो ही परिस्थितियों में लगाते हैं। या तो आपको अपने गेम पर बहुत कॉन्फिडेंस हो, जैसा यशस्वी जायसवाल दिखा रहे हैं। बेयरस्टो को जब भी खेलते देखे तो ऐसा लगता है कि वह बचाकर भागना चाहते हैं। यह जेल तोड़कर निकालना चाहता है। उन्हें धर्मशाला में कुलदीप यादव ने पकड़ लिया और एलबीडब्ल्यू किया। वह पीछे घुस जाते हैं, आगे की गेंद होती है। वह पहले भी कई मर्तबा ऐसा आउट हो चुके हैं।''
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।