चैंपियंस ट्रॉफी के बाद हो गया था फैसला, रोहित शर्मा के टेस्ट से संन्यास की इनसाइड स्टोरी
Rohit Sharma Retirement: रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने बुधवार को इस बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी दी। हालांकि इसके बारे में फैसला काफी पहले हो चुका था।

Rohit Sharma Retirement: रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने बुधवार को इस बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी दी। हालांकि इसके बारे में फैसला काफी पहले हो चुका था। रोहित के एक करीबी सूत्र की मानें तो चैंपियन बल्लेबाज ने मार्च में भारत के चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद टेस्ट से संन्यास लेने का फैसला किया था। इसके अलावा गौतम गंभीर फैक्टर को लेकर भी अनुमान जताया जा रहा है। यह भी बताया गया है कि यह बात महत्वपूर्ण लोगों को पता थी। लेकिन अधिकारियों ने उनके भविष्य को लेकर मीडिया में अटकलों को हवा दी, जिन्होंने खुलकर सामने आने से मना कर दिया।
इंग्लैंड टूर को लेकर नहीं थी स्पष्टता
रोहित के करीबी सूत्र ने कहाकि भारत के चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद से ही रोहित के दिमाग में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का विचार था। एक नया डब्ल्यूटीसी चक्र शुरू हो रहा था और इसलिए उन्हें लगा कि यह सबसे अच्छा समय है। बुधवार को उनकी घोषणा से पहले की परिस्थितियां आदर्श नहीं थीं। रोहित को पिछले कई सालों से करीब से देखने वाले बीसीसीआई के एक पूर्व पदाधिकारी ने कहाकि अगर रोहित ने फैसला कर लिया था कि वह टेस्ट से संन्यास ले लेंगे तो उन्हें बाहर करने का सवाल ही कहां उठता है? पता चला है कि चयन समिति ने रोहित को इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं दी कि वह इंग्लैंड जाने वाली टीम में शामिल होंगे या नहीं, जिसकी घोषणा अगले सप्ताह की जाएगी।
खुद लेना था करियर पर अंतिम फैसला
रोहित ने अपनी ओर से यह स्पष्ट कर दिया कि वह अपने करियर पर अंतिम फैसला खुद लेना चाहते हैं। हालांकि भारतीय चयन समिति ने मुंबई में अनौपचारिक रूप से बैठक की लेकिन यह पुष्टि नहीं हो सकी कि मुख्य कोच गौतम गंभीर इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला के खाके पर चर्चा करने के लिए दिल्ली से ऑनलाइन उनके साथ जुड़े या नहीं। रोहित ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान कठिन दौर का सामना किया, जहां उन्हें खराब फॉर्म के कारण अंतिम एकादश से बाहर होने का फैसला करना पड़ा। पर उन्होंने उस समय संन्यास लेने से इनकार कर दिया था।
गौतम गंभीर से खटपट भी बनी वजह?
मुख्य कोच गौतम गंभीर के साथ उनके मतभेदों की भी काफी अटकलें रही थीं। गौतम ने पिछले साल जुलाई में कार्यभार संभालने के बाद भारतीय क्रिकेट में ‘स्टार संस्कृति’ खत्म करने की बात की थी। दोनों ने लगातार इस बात का खंडन किया। लेकिन गंभीर ने बार-बार स्पष्ट किया है कि केवल प्रदर्शन ही टीम में चयन सुनिश्चित करेगा।
आगे का क्या है प्लान
अब रोहित केवल वनडे में खेलेंगे। वनडे क्रिकेट में उनकी योजना लंबे समय तक टिके रहने की है। भारतीय कप्तान के एक करीबी सूत्र ने पीटीआई को बताया कि रोहित 2027 वनडे विश्व कप खेलने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। वह फिट रहने और इस बड़े टूर्नामेंट में खेलने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देंगे। गौरतलब है कि रोहित की टेस्ट कप्तानी का मुख्य आकर्षण भारत को 2023 में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचना था जिसमें टीम को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा। इसी साल टीम एकदिवसीय विश्व कप के फाइनल में भी ऑस्ट्रेलिया से हार गई थी।