5 सालों में 3 शतक और औसत...क्या विराट कोहली के टेस्ट रिटायरमेंट का यह सही समय है?
विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट का मन बना चुके हैं। इसकी जानकारी उन्होंने बीसीसीआई को भी दे दी है। लेकिन कोहली के रिटायरमेंट लेने की वजह क्या है यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है।

विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने का मन बना चुके हैं, इसकी जानकारी उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी BCCI को भी दे दी है…भारतीय क्रिकेट फैंस को शनिवार, 10 मई की सुबह यह रिपोर्ट पढ़कर तगड़ा झटका लगा। फैंस अभी कप्तान रोहित शर्मा के रिटायरमेंट की खबर को पचा भी नहीं पाए थे कि विराट कोहली को लेकर ऐसी रिपोर्ट्स आने लगी। हालांकि बीसीसीआई के आला अधिकारियों ने उन्हें फिर से इस फैसले पर विचार करने को कहा है, मगर ऐसा लगता नहीं कि कोहली अपना फैसला बदलेंगे। कोहली अपने फैसले काफी सोच-समझकर लेते हैं। जब उन्होंने T20I की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया था तब भी बीसीसीआई ने उन्हें रोकने की कोशिश की थी, मगर वह नहीं माने थे।
क्यों टेस्ट रिटायरमेंट लेने पर मजबूर हुए विराट कोहली
विराट कोहली का बल्ला टेस्ट क्रिकेट में पिछले कुछ समय से शांत रहा है। पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बार-बार एक ही तरीके से आउट होने से वह काफी हताश थे। वह लगातार ऑफ स्टंप के बाहर जाती हुई गेंदों पर विकेट के पीछे आउट हो रहे थे। कोहली ने भले ही सीरीज के पहले मैच में शतक जड़ा था, मगर उसके बाद उनका परफॉर्मेंस काफी खराब रहा था। इस सीरीज में टीम इंडिया को 1-3 से हार का सामना करना पड़ा था। उससे पहले जब न्यूजीलैंड ने भारत का उसी की सरजमीं पर 3-0 से सूपड़ा साफ किया था तब भी कोहली का बल्ला नहीं चला था। तीन मैचों में मिलाकर वह 100 रन नहीं बना पाए थे। 15.50 की औसत के साथ उनके बल्ले से मात्र 93 रन निकले थे। इन दो सीरीज ने विराट कोहली को यह फैसला लेने पर मजबूर किया।
पिछले 5 सालों में सिर्फ 3 शतक
2011 में टेस्ट डेब्यू करने वाले विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में 2019 तक राज किया था। इस दौरान उनका बैटिंग औसत (54.97) लगभग 55 का था और उन्होंने 27 शतक जमाए थे। वह इस दौरान फैब-4 में मौजूद जो रूट, केन विलियमसन और स्टीव स्मिथ से ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ी थे। मगर जैसे ही 2020 शुरू हुआ, विराट कोहली के परफॉर्मेंस में लगातार गिरावट देखने को मिली। 1 जनवरी 2020 से विराट कोहली के आंकड़ों पर नजर डालें तो, उन्होंने 39 मैचों में 30.72 की औसत के साथ 2028 रन ही बनाए हैं। वहीं इस दौरान उनके बल्ले से मात्र 3 ही शतक निकले। टेस्ट क्रिकेट में गिरत उनकी फॉर्म यह बताती है कि उनके रिटायरमेंट का समय नजदीक है, मगर फिलहाल इस समय उन्हें रिटायरमेंट नहीं लेनी चाहिए।
दरअसल, अभी भारतीय टीम को उनकी जरूरत है। रोहित शर्मा के रिटायरमेंट के बाद विराट कोहली ही टीम में सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। अगर वो भी संन्यास ले लेंगे तो इंग्लैंड दौरे पर शुभमन गिल, केएल राहुल यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत के साथ एक कम अनुभव की बैटिंग यूनिट जाएगी।