Hindi Newsछत्तीसगढ़ न्यूज़Villagers in Chhattisgarh came with stones sticks and bows to save trees clashed with police

छत्तीसगढ़ में पत्थर, डंडे और धनुष लेकर 6000 पेड़ बचाने आए ग्रामीण, पुलिस से हुई हिंसक झड़प- 26 घायल

छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य क्षेत्र में पेड़ की कटाई को रोकने के लिए पुलिस और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प देखने को मिली। इसमें दोनों तरफ के 26 लोग घायल हुए हैं। जानिए पूरी डिटेल।

Ratan Gupta लाइव हिन्दुस्तान, रायपुरThu, 17 Oct 2024 07:21 PM
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छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य क्षेत्र में ग्रामीणों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प देखने को मिली। झड़प की वजह ग्रामीणों द्वारा पेड़ों की कटाई का विरोध करना है। पुलिस राजस्थान राज्य विद्युत निगम लिमिटेड को आबंटित परसा कोल ब्लॉक में पेड़ों की कटाई के लिए जुटी थी। मगर इस हमले में दो टीआई सहित 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। जवाबी कार्रवाई में पुलिस द्वारा हुई लाठीचार्ज में 16 ग्रामीणों को चोटें आई हैं।

पेड़ों की कटाई के विरोध में हुई हिंसक झड़प

परसा कोल ब्लॉक के लिए पेड़ काटने के लिए 16 अक्टूबर की रात से ही पुलिस फोर्स फतेहपुर व हरिहरपुर के बीच तैनात कर दिया गया था। इसके साथ ही पेड़ों की कटाई का विरोध करने के लिए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण एकजुट होकर पहुंचे थे। पुलिस फोर्स ने ग्रामीणों को हटाने की कोशिश की तो ग्रामीणों एवं पुलिस जवानों के बीच हिंसक झड़प हो गई।

हिंसक झड़प में दोनों पक्ष हुए घायल

पेड़ों की कटाई का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने तीरों, डंडों और पत्थरों से हमला कर दिया। इस हमले में दो पुलिसकर्मियों को तीर लगा है एवं पत्थर लगने से अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं पुलिस ने ग्रामीणों पर लाठियां भांजी। इस दौरान दर्जनभर से अधिक ग्रामीणों को चोटें आई हैं। एएसपी अमोलक सिंह ने बताया कि झड़प में घायल पुलिसकर्मियों को उदयपुर CHC में भर्ती किया गया है।

ग्रामीणों पर लाठीजार्च करने का आरोप

हसदेव बचाओ समिति ने पेड़ों की कटाई का विरोध करने वाले निहत्थे ग्रामीणों पर लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया है। सरगुजा जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ पुलिस अधिकारी मौके पर तैनात हैं। पुलिस घेरे में पेड़ों की कटाई शुरू की गई है। परसा कोल ब्लॉक के लिए पहले चरण में 6000 पेड़ काटे जाने हैं।

फर्जी प्रस्ताव बनाकर सहमति लेने का आरोप

परसा कोल ब्लॉक के लिए हरिहरपुर, साल्ही, फतेपुर की ग्राम सभाओं का फर्जी प्रस्ताव बनाकर सहमति लेने का आरोप लगा शिकायत राज्य अ.ज.जा आयोग में की गई है। शिकायत के अनुसार ग्राम सभा के प्रस्ताव में कई साल पहले मृत लोगों ने भी वर्ष 2018 के ग्रामसभा में हस्ताक्षर किया है। राज्य अजजा आयोग ने इसकी सुनवाई पूरी कर ली है। परसा कोल ब्लॉक के फर्जी प्रस्ताव की शिकायत राज्यपाल से भी वर्ष 2021 में 300 किलोमीटर की पदयात्रा निकालकर की गई थी। इसके जांच के आदेश राज्यपाल ने दिए थे।

परसा कोल ब्लॉक, जहां पेड़ों की कटाई है प्रस्तावित

परसा कोल ब्लॉक में छह गांव साल्ही, हरिहरपुर, घाटबर्रा, फतेहपुर और सूरजपुर जिले का जनार्दनपुर शामिल हैं। परसा कोल ब्लॉक के कुल 1252.5 हेक्टेयर में 556 हेक्टेयर एरिया फारेस्ट लैंड है। 285.5 हेक्टेयर एरिया छोटे झाड़ का जंगल एवं 410 हेक्टेयर एरिया नॉन फॉरेस्ट लैंड है। आपको बता दें कि परसा कोल ब्लॉक पीकेईबी के बाद दूसरा कोल ब्लॉक है, जहां खनन के लिए पेड़ काटे जा रहे हैं। परसा कोल ब्लॉक के लिए अधिग्रहण का कार्य भी पूरी नहीं हुआ है।

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