Hindi Newsछत्तीसगढ़ न्यूज़Old age pension not received for last 5 years elderly man reached headquarters after walking 50 KM and pleaded

पांच सालों से नहीं मिल रहा वृद्धावस्था पेंशन, 50 KM पैदल दूर तय कर मुख्यालय पहुंचे बुजुर्ग, लगाई गुहार

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पांच सालों से पेशन नहीं मिलने पर 50 किलोमीटर का सफर पैदल चल कर बुजुर्ग, मुख्यालय पहुंचे और कलेक्टर से गुहार लाई है। उनकी मांग है कि सरकार से मिलने वाली वृद्धावस्था पेंशन..

Rohit Burman लाइव हिन्दुस्तान, रायपुरWed, 12 June 2024 11:38 AM
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छत्तीसगढ़ के बीजापुर से एक अनोखा मामला सामने आया है। पांच सालों से वृद्धावस्था पेंशन योजना से वंचित बुजुर्गों ने लगभग 50 किलोमीटर की दूर तय कर पेंशन के लिए गुहार लगाने ब्लाक मुख्यालय पहुंचे। हाथों में लकड़ी थामे पैदल और ट्रैक्टर के सहारे दो दिनों में सफर तय कर पेंशन के लिए गुहार लगाने पहुंचे। पांच सालों से योजना का लाभ लेने के लिए चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अब तक पेंशन का लाभ नहीं मिल पाया है। 

बीजापुर जिले के ईरपागुट्टा गांव के बुजुर्ग वेलादी बीरा और वेलादी हड़मा दिनों ने 50 किमी सफर तय कर पेंशन योजना की गुहार लगाने ब्लाक मुख्यालय भोपालपटनम पहुंचे। बुजुर्ग ने बताया कि पिछले पांच साल से योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कई बार सचिव से मुलाकात कर गुहार लगाई, लेकिन खाता में पैसे आने की दिलाशा देकर वापस भेज देते थे। बुजुर्ग ने बताया कि उनका कोई सहारा नहीं है जो कि किसी प्रकार का मदद करे। उन्होंने बताया कि अपने गांव से मुख्यालय की दूरी लगभग 50 किलोमीटर है। उन्होंने गुहार लगाने के लिए पैदल और ट्रैक्टर से दो दिनों का सफर तय कर पहुंचे हैं। गांव में केवल एक ही व्यक्ति नहीं बल्कि बहुत लोगों हैं, जिन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। 

उन्होंने बताया कि 5 साल से पेंशन नहीं मिल रहा है। पासबुक में 2017 के बाद खाते में लेनदेन कि इंट्री नहीं हुई है। पासबुक, आधार कार्ड, वोटर आईडी, और फोटो कॉपी लेकर घूम रहे हैं। बुजुर्ग ग्रामीणों ने बताया कि सचिव से मिलने गए थे, उसने कहा है कि अब अगले साल पेंशन मिलेगा। गांव के बुजुर्गों ने बताया कि सचिव पहले गांव से पासबुक ले जाकर बैंक में खाते से पैसे निकलकर पेंशन लाकर देते थे। अब खाते में पैसा जमा नहीं हो रहा है। 

मामले में सचिव गोटा समैया ने बताया कि उनके पंचायत में कुल 34 हितग्राही है। इसमें समाजिक सुरक्षा पेंशन के 15, वृद्धावस्था के एक, विधवा पेंशन 14 और सुखद सहारा पेंशन के 4 हितग्राही है। उन लोगों का खाता केवाईसी नहीं हुआ है। इस वजह से दो सालों से पेंशन से वंचित रह गए हैं। डिप्टी कलेक्टर व प्रभारी जनपद पंचायत भोपालपटनम के सीईओ दिलीप उइके ने कहा है कि नेशनल पार्क एरिया के बड़ेकाकलेड, सेंड्रा और एडापल्ली पंचायतों के कई ग्रामीणों के पास आधार कार्ड नहीं हैं। अभी हम भोपालपटनम में शिविर लगाकर आधारकार्ड बनवा रहे हैं। जिन पात्र लोगों को पेंशन नहीं मिल रहा है। उनकी जानकारी लेकर उन्हें तत्काल पेंशन दी जाएगी।

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