छत्तीसगढ़ में कुल 19 लाख रु के इनामी 5 नक्सलियों का आत्मसमर्पण, जानिए क्या हैं इन पर लगे आरोप?
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में तीन पर 5-5 लाख रुपए का इनाम घोषित था। वहीं दो महिला नक्सलियों पर 2-2 लाख रुपए का इनाम घोषित था। नक्सलियों को सरकार की तरफ से 25-25 हजार रु की मदद भी दी गई है।
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सली मोर्चे पर तैनात सुरक्षाबलों को गुरुवार को उस बड़ी कामयाबी मिली जब एक साथ 5 नक्सलियों ने उनके सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इन सभी नक्सलियों के सिर पर सामूहिक रूप से कुल 19 लाख रुपए का इनाम घोषित था। हथियार डालने वाले नक्सलियों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं।
इस बारे में जानकारी देते हुए सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि इन नक्सलियों ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण किया और बताया कि वे वरिष्ठ नक्सलियों द्वारा किए गए अत्याचारों और अमानवीय तथा खोखली माओवादी विचारधारा से निराश हैं। साथ ही सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने यह भी कहा कि वे राज्य सरकार की नक्सल उन्मूलन नीति और कल्याणकारी योजनाओं से भी बहुत प्रभावित हैं।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में कवासी दुला (25), सोधी बुधरा (27) और मड़काम गांगी (27 वर्षीय महिला) शामिल हैं, जो कि प्लाटून नंबर 30 में डिप्टी कमांडर, सेक्शन कमांडर और सेक्शन ए कमांड के रूप में सक्रिय थे और इन पर 5-5 लाख रुपए का इनाम घोषित था।
चव्हाण ने बताया कि सरेंडर करने वाली दो अन्य महिला कैडर पोडियाम सोमदी (25) और मड़काम आयते (35) है, जो कि प्लाटून नम्बर 30 की पार्टी सदस्य और माओवादियों की किस्टाराम एरिया कमेटी की दर्जी टीम की सदस्य है। इन दोनों पर 2-2 लाख रुपए का इनाम घोषित था।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुकमा पुलिस के नक्सल विरोधी सेल की खुफिया शाखा और पड़ोसी राज्य ओडिशा की पुलिस ने उनका आत्मसमर्पण कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ये पांचों नक्सली कथित तौर पर पुलिस टीमों पर हमले करने और सड़कों को नुकसान पहुंचाने के मामले में शामिल थे।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सरेंडर करने वाले पांचों नक्सलियों को 25-25 हजार रुपए की आर्थिक मदद राज्य सरकार की तरफ से दी गई है और आगे भी सरकार की नीति के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा।
इससे पहले बुधवार को सुरक्षाबलों ने प्रदेश के कोंडागांव जिले में पांच-पांच किलोग्राम के दो IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बरामद किए थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के इरागांव थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने दो IED बरामद किए। उन्होंने बताया कि जिले के इरागांव और धनोरा थाना क्षेत्र के सुरक्षाबलों को मंगलवार को नक्सल विरोधी अभियान में रवाना किया गया था। दल में डीआरजी और जिला बल के जवान शामिल थे।
अधिकारियों ने बताया कि एक दल जब इरागांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत कोटकोडो, तमोरा और किलेनार गांव के करीब था तभी उन्हें नक्सलियों द्वारा IED लगाए जाने की सूचना मिली। अधिकारियों ने बताया कि बाद में बम निरोधक दस्ते ने पांच-पांच किलोग्राम के दो IED बरामद कर उन्हें घटनास्थल पर ही नष्ट कर दिया गया। राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सली अक्सर सड़कों और उसके करीब IED लगाते हैं।
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