छत्तीसगढ़ में पुलिस मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने की हत्या, 1 साल में मरने वालों की संख्या हुई 51
छत्तीसगढ़ में 31 नक्सलियों की मुठभेड़ में मौत के बाद मामला गरमाया हुआ है। नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में एक शख्स को मौत के घाट उतार दिया। इस तरह एक साल में मरने वालों की संख्या 51 हो गई है।
छत्तीसगढ़ में बीते दिनों सुरक्षा बलों द्वारा 31 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया था। अब बीजापुर में नक्सलियों द्वारा 55 साल के एक शख्स की हत्या,पुलिस मुखबिर होने के शक में कर दी गई। मरने वाले का नाम पहचान कन्हैया ताती है। ताती की लाश भोपालपटनम पुलिस स्टेशन के पास पोशनपल्ली गांव में एक सरकारी स्कूल के पास बरामद हुई है।
घटना की जानकारी होने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची। अब तक की जानकारी के अनुसार ताती को पुलिस का मुखबिर होने के शक में धारदार हथियार से मौत के घाट उतारा है। हत्या के बाद नक्सली लाश को स्कूल के पास छोड़कर भाग गए। पुलिस ने आरोपी माओवादियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है। सुरक्षा बलों ने कहा कि जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
पुलिस के बताया कि इस घटना के साथ ही बीजापुर सहित सात जिलों वाले बस्तर संभाग के अलग-अलग स्थानों पर इस वर्ष अब तक नक्सलियों ने 51 लोगों की हत्या कर दी गई है। इससे आम लोग खौफ में जीने को मजबूर हैं। इस बीच गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य की विजिट पर ऐलान किया था कि आने वाले सालों में देश को नक्सली से मुक्त बनाया जाएगा। इसी सिलसिले में सुरक्षाबलों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया था। इसमें 31 नक्सलियों को मार गिराया था।
छत्तीसगढ़ में नारायणपुर-दंतेवाड़ा सीमा पर बीते शुक्रवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गये 31 नक्सलियों को मार गिराया गया था। इनमें से अब तक 22 माओवादियों की पहचान हो गई है बाकी के नौ माओवादियों के शवों की शिनाख्त होना बाकी है। इन 22 नक्सलियों पर सरकार ने 1.70 करोड़ का इनाम घोषित कर रखा था। सुरक्षा बलों ने अभी और भी शवों के मिलने का अनुमान लगाया है।
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