Hindi Newsछत्तीसगढ़ न्यूज़jouurnalist mukesh chandrakar murder case sdo and deputy engineer suspend

पत्रकार मुकेश मर्डर केस में SDO और डिप्टी इंजीनियर सस्पेंड, अफसरों पर FIR कराने के निर्देश

छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश चंद्राकर मर्डर मामले में एसडीओ और डिप्टी इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही संबंधित अफसरों पर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं। मुकेश की सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार को उजागर करने के बाद हत्या कर दी गई थी।

Subodh Kumar Mishra लाइव हिन्दुस्तान, बीजापुरFri, 17 Jan 2025 11:21 PM
share Share
Follow Us on

छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश चंद्राकर मर्डर मामले में एसडीओ और डिप्टी इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही संबंधित अफसरों पर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं। मुकेश की सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार को उजागर करने के बाद हत्या कर दी गई थी।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर के नेलसनार-कोडोली-मिरतुल-गंगालुर सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार को उजागर करने पर ठेकेदार सुरेश चंद्राकर ने अपने साथियों के साथ मिलकर पत्रकार मुकेश की हत्या कर दी थी। सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार मामले में सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एसडीओ आरके सिन्हा और डिप्टी इंजीनियर जीएस कोड़ोपी को निलंबित कर दिया है। वहीं प्रभारी ईई बीएल ध्रुव को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिनों के भीतर जवाब मांगा है। राज्य शासन ने संबंधित अफसरों पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश भी दिए हैं।

बता दें कि बीजापुर जिले के नेलसनार-कोडोली-मिरतुल-गंगालुर सड़क निर्माण में भारी भ्रष्टाचार किया गया था। बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने इसकी खबर को प्रमुखता से टीवी चैनल और यूट्यूब पर प्रसारित किया था। भ्रष्टाचार को उजागर करने पर पत्रकार मुकेश चंद्राकर की ठेकेदार सुरेंश चंद्राकर ने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या कर दी थी और लाश को सैप्टिक टैंक में छिपा दिया था। बिना काम के ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को 90 प्रतिशत भुगतान भी कर दिया गया था। इसे लेकर अफसर भी सवालों के घेरे में थे। हत्याकांड के बाद सड़क की तीन बार जांच हुई, जिसमें भारी गड़बड़ी पाई गई है। रिपोर्ट के आधार पर अफसरों के निलंबन और एफआईआर की कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

अफसरों से सांठगांठ कर 90 प्रतिशत भुगतान

पत्रकार मुकेश की हत्या सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार उजागर करने के कारण ठेकेदार सुरेश चंद्राकर, रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके ने किया था। नए साल के पहले दिन मुकेश चंद्राकर गायब हुआ था और तीन जनवरी को उसकी लाश मिली थी। आरोपियों ने मुकेश को मारकर लाश सेप्टिक टैंक में डाल दिया था और उसे सीमेंट प्लस्टर से ढंक दिया था। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की विभागीय साठगांठ ऐसी थी कि अभी इस सड़क में मात्र 2 पार्ट मतलब 4 किलोमीटर की सड़क का काम पूरा हुआ है और शेष 28 किलोमीटर की सड़क अधूरी है। ठेकेदार ने सांठगांठ कर 90 प्रतिशत राशि यानि 116 करोड़ रुपये अनुबंध राशि से प्राप्त कर लिया था।

रिपोर्टः संदीप दीवान

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें