मैं आज सबसे खुश आदमी हूं, अमित शाह ने किन लोगों से मिलने के बाद कही संतुष्टि मिलने की बात
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि आज वह सबसे खुश आदमी हैं। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में शाह ने कहा कि मुझे बेहद संतुष्टि मिल रही है कि देश के युवा हमारी अपील का जवाब दे रहे हैं और हिंसा की निरर्थकता को समझ रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि आज वह सबसे खुश आदमी हैं। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में शाह ने कहा कि मुझे बेहद संतुष्टि मिल रही है कि देश के युवा हमारी अपील का जवाब दे रहे हैं और हिंसा की निरर्थकता को समझ रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में पूर्व नक्सलियों के एक समूह से कहा, “मैं आज सबसे ज्यादा खुश हूं, आपसे या आपके परिवार से भी ज्यादा, क्योंकि आपको आत्मसमर्पण करने और मुख्यधारा में शामिल होने के लिए मनाने के हमारे प्रयास सफल हुए हैं।” कार्यक्रम में छह राज्यों- छत्तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और असम के लगभग 30 आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली और विद्रोही शामिल हुए।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, "मुझे बेहद संतुष्टि मिल रही है कि देश के युवा हमारी अपील का जवाब दे रहे हैं, हिंसा की निरर्थकता को समझ रहे हैं और आत्मसमर्पण कर रहे हैं।" शाह ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में उन्हें गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी दी तो उन्होंने सोचा कि जो लोग सशस्त्र आंदोलनों में शामिल थे, उन्हें हथियार डालने, आत्मसमर्पण करने और शांतिपूर्ण जीवन जीने का मौका दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, “हमारी पहल के बाद पूर्वोत्तर में 20 शांति समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए और 9,000 आतंकवादियों ने आत्मसमर्पण किया।” गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र ने आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों और नक्सलियों के लिए पुनर्वास नीतियां बनाई हैं, जिनमें हिंसा में घायल हुए लोग भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के लिए 15,000 घरों को मंजूरी दी। वहीं, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड ऐसे परिवारों के लिए कम से कम एक गाय या भैंस उपलब्ध कराएगा ताकि वे हर महीने 15,000 से 20,000 रुपये कमा सकें।
उन्होंने कहा कि आप सभी को अपने पूर्व सहयोगियों को यह संदेश देना चाहिए कि हिंसा आगे बढ़ने का रास्ता नहीं है। सभी नक्सलियों को आगे आना चाहिए और आत्मसमर्पण करना चाहिए। सरकार उनकी जरूरतों का ख्याल रखेगी। उन्होंने आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों से यह भी कहा कि वे केंद्रीय गृह सचिव को एक साधारण पोस्ट कार्ड भेजें। उनकी समस्याओं का ध्यान रखा जाएगा।
गृह मंत्री ने कहा कि सरकार 2036 में अहमदाबाद में ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने की तैयारी कर रही है और 2025 की शुरुआत में लगभग 35,000 युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि भारत अधिक से अधिक पदक जीत सके। उन्होंने कहा, "मैं चाहता हूं कि 2036 ओलंपिक में बस्तर से कोई कम से कम एक पदक जीते।"
शाह के साथ बातचीत करते हुए आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने बताया कि कैसे वे पुलिस और निजी क्षेत्र में नौकरियों और अपने स्वयं के उद्यम शुरू करने के लिए बैंक ऋण सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं।
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