छत्तीसगढ़ में 80 की स्पीड से चलेंगी हवाएं; किन जिलों में बारिश की चेतावनी?
Chhattisgarh Mausam News: छत्तीसगढ़ में प्री-मानसून गतिविधियों ने रफ्तार पकड़ ली है। मौसम विभाग की ओर से छत्तीसगढ़ में मौसम में बड़े बदलाव की संभावना जताई गई है। किस जिले में कैसा रहेगा मौसम?

Chhattisgarh Weather Update: छत्तीसगढ़ में प्री-मानसून गतिविधियों ने रफ्तार पकड़ ली है। इससे गर्मी और उमस से परेशान लोगों को राहत की उम्मीद है। दक्षिण-पश्चिम मानसून का प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र से आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। इस बीच मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ के 6 जिलों के लिए रेड, 11 जिलों के लिए ऑरेंज और आधा दर्जन जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में झमाझम बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटना हो सकती है।
इस दौरान अचानक तेज हवा भी चल सकती है। हवा की रफ्तार 80 किमी प्रति घंटे हो सकती है। मौसम विभाग ने यह अलर्ट आगामी तीन घंटों के लिए जारी किया है। रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, उत्तर बस्तर कांकेर, धमतरी, गरियाबंद में रेड अलर्ट जारी किया है। यहां मेघ गर्जन, आकाशीय बिजली गिरने की घटना हो सकती है। हवा की रफ्तार 60 से 80 KMPH की संभावना है।
वहीं सुकमा, बीजापुर, दक्षिण बस्तर दंतेवाडा, नारायणपुर, कांकेर, बालोद, राजनादंगांव जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जहां बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटना हो सकती है। इन जिलों में हवा की रफ्तार 40 से 60 किमी प्रतिघंटा हो सकती है। मौसम विभाग ने सुकमा, बीजापुर, दबिण बस्तर दंतेवाडा, बस्तर, उत्तर बस्तर कांकेर, धमतरी, बालोद, राजनांदगांव, महासमुांद, रायपुर, दुर्ग जिले के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग के मुताबिक पिछले 48 घंटे के दौरान बीजापुर में सबसे ज्यादा 16 मिमी बारिश हुई है। इसके अलावा बस्तर, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा जिले में हल्की से मध्यम बारिश हुई है। बारिश का दौर शुरू होने और आसमान में बादल छाए रहने से अधिकतम तापमान में गिरावट का दौर शुरू हो गया है। एक दिन पहले प्रदेश में सबसे ज्यादा गर्म दुर्ग जिला रहा, यहां तापमान 38.6 डिग्री रिकार्ड किया गया।
वहीं रात का सबसे कम न्यूनतम तापमान 20.5 राजनांदगांव जिले में रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग ने 14 जून से मानसूनी गतिविधियों में और तेजी आने की संभावना जताई है। रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, दक्षिण पश्चिम मानसून को आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनी है। एक ट्रफ पंजाब के ऊपर स्थित चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण से दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
वहीं एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश और उससे लगे दक्षिण ओडिशा के ऊपर 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक ट्रफ उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश और उससे लगे ओडिशा के ऊपर स्थित साइक्लोनिक सर्कुलेशन से तटीय कर्नाटक तक छत्तीसगढ़, मराठवाड़ा, अंदरूनी कर्नाटक होते हुए 3.1 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। बारिश का केंद्र मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ होने की संभावना है।
रिपोर्ट- संदीप दीवान
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।