Hindi Newsछत्तीसगढ़ न्यूज़Chhattisgarh CM announces Rs 10 lakh aid to murdered journalist Mukesh Chandrakar family

CM साय ने की दिवंगत पत्रकार के परिजन के लिए आर्थिक मदद की घोषणा, खास योजना के बारे में भी बताया

  • सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार का खुलासा करने की वजह से इस महीने की शुरुआत में बीजापुर जिले में मुकेश की बेहद निर्ममता से हत्या कर दी गई थी।

Sourabh Jain हिन्दुस्तान टाइम्स, रायपुर, छत्तीसगढ़Tue, 14 Jan 2025 08:13 PM
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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मंगलवार को दिवंगत पत्रकार मुकेश चंद्राकर के परिजनों को 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की। इस बारे में राजधानी रायपुर की पुलिस लाइन में बने हेलीपैड पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए साय ने पत्रकारों के लिए एक भवन बनाने की योजना के बारे में भी बताया और कहा कि उसका नाम दिवंगत पत्रकार के नाम पर रखा जाएगा।

सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार का खुलासा करने की वजह से इस महीने की शुरुआत में बीजापुर जिले में मुकेश की बेहद निर्ममता से हत्या कर दी गई थी। सीएम साय ने कहा, ‘मृतक पत्रकार के परिवार को 10 लाख रुपए की सहायता दी जाएगी। पत्रकारों के लिए एक भवन का निर्माण किया जाएगा और उसका नाम उनके नाम पर रखा जाएगा।’

हत्याकांड की जांच कर रही विशेष जांच टीम (SIT) ने खुलासा करते हुए बताया कि पत्रकार के रिश्तेदार सुरेश चंद्राकर ने इस वारदात को अंजाम दिया, क्योंकि मुकेश ने बीजापुर में आरोपी सुरेश की बनाई सड़कों में हुए कथित भ्रष्टाचार को उजागर किया था, इसी बात से सुरेश बेहद नाराज था और उसने बदला लेने के लिए मुकेश को रास्ते से हटा दिया। इस घटना के सामने आने के बाद राज्य लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने आरोपी ठेकेदार का रजिस्ट्रेशन निलंबित कर दिया है तथा उसे दिए गए सभी ठेके रद्द कर दिए हैं।

इससे पहले 33 साल के फ्रीलांसर पत्रकार मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी से लापता हो गए थे। इसके बाद 3 जनवरी को उनका शव बीजापुर शहर के चट्टनपारा बस्ती में रहने वाले सड़क ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के एक मकान के सेप्टिक टैंक में मिला था। मुकेश समाचार चैनल NDTV के लिए एक स्वतंत्र पत्रकार के रूप में काम करते थे। साथ ही एक लोकप्रिय YouTube चैनल 'बस्तर जंक्शन' को भी संभालते थे, जिसके लगभग 1.59 लाख सब्सक्राइबर्स हैं।

मुकेश चंद्राकर ने इससे पहले अप्रैल 2021 में माओवादियों की कैद से कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास की रिहाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बीजापुर में तकलगुडा नक्सली हमले के बाद कमांडो को बंधक बना लिया गया था, जिसमें 22 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे।

कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेज़ोल्यूट एक्शन) केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की एक विशेष जंगल युद्ध इकाई है। इस मामले में मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को 5 जनवरी को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया था। उसके भाई रितेश और दिनेश के साथ-साथ सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था।

उधर इस मामले को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने दावा किया कि हत्याकांड का मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर कांग्रेस पार्टी से जुड़ा हुआ है। हालांकि विपक्ष का आरोप है कि वह हाल ही में सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हुआ था।

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