Hindi Newsकरियर न्यूज़UP Agara boy praveen become join indian army officer won best award in IMA passing out parade gold medal

यूपी का लाल बनेगा इंडियन आर्मी का जाबांज अफसर, IMA पासिंग आउट परेड में मिला सर्वश्रेष्ठ अवॉर्ड

आईएमए में आयोजित पासिंग आउट परेड में यूपी के आगरा निवासी प्रवीण सिंह ने स्वार्ड ऑफ ऑनर हासिल किया। इसके बाद उन्होंने गोल्ड मेडल पर भी कब्जा जमाया। तीन पदक उत्तराखंड की झोली में आए।

Pankaj Vijay हिन्दुस्तान, देहरादूनSun, 9 June 2024 01:27 PM
share Share

भारतीय सैन्य अकादमी से सैन्य प्रशिक्षण पूरा करके अफसर बनने वाला हर एक जेंटलमैन कैडेट कठिन परिश्रम और लगन के बूते कामयाबी की मिसाल पेश करता है। लेकिन, यहां अवॉर्ड पाने वालों की पहचान कुछ अलग होती है। अवॉर्ड पाते वक्त हजारों दर्शकों की मौजूदगी में नाम पुकारे जाते ही तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई देने लगती है। आईएमए की पीओपी में यूपी के प्रवीण सिंह को स्वॉर्ड ऑफ ऑनर के साथ गोल्ड मेडल भी मिला। इसके बाद के तीन पदक उत्तराखंड की झोली में आए। आईएमए में शनिवार को आयोजित पासिंग आउट परेड में यूपी के आगरा निवासी प्रवीण सिंह ने स्वार्ड ऑफ ऑनर हासिल किया। इसके बाद उन्होंने गोल्ड मेडल पर भी कब्जा जमाया। आईएमए के दो श्रेष्ठ खिताब पाने वाले प्रवीण सिंह के चेहरे पर अलग ही खुशी नजर आई।

प्रवीण ने बताया कि पिता कारोबारी और मां गृहिणी हैं। प्रवीण की बचपन से सेना में जाने की रुचि थी। इसलिए कक्षा-छह में राष्ट्रीय मिलिस्ट्री स्कूल धौलपुर में दाखिला ले लिया। वहां से पासआउट होने के बाद उनका एनडीए में चयन हुआ। एनडीए में तीन साल के प्रशिक्षण के बाद एक साल पहले वे आईएमए पहुंचे। छठवीं से सैन्य रीति-रिवाज के बीच पले-बढ़े प्रवीण ने अपनी योग्यता दिखाई। इसी बूते वे दो बड़े अवॉर्ड पाने में कामयाब हुए। प्रवीण सेना में तृतीय सिखलाई बटालियन में कमीशन हुए हैं।

देहरादून। श्रीनगर गढ़वाल निवासी विनय भंडारी ने तकनीकी ग्रेड में रजत पदक हासिल किया। विनय इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद तकनीकी ग्रेजुएट कोर्स के जरिए सेना में भर्ती हुए। एक साल आईएमए में कठिन प्रशिक्षण के बाद वे शनिवार को पास आउट हुए।

देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से शनिवार को पास आउट होकर सेना में लेफ्टिनेंट बने भरकटिया पिथौरागढ़ के शौर्य भट्ट ने कांस्य पदक जीता। उन्होंने 12वीं के बाद एनडीए की परीक्षा पास की थी। एनडीए से पास आउट होने के बाद वह एक साल के प्रशिक्षण के लिए आईएमए पहुंचे। यहां से शनिवार को पास आउट होकर वह भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए। शौर्य ने अपनी 12वीं की परीक्षा दिल्ली से पास की। उनकी मां शिक्षिका हैं। इससे पूरा परिवार बेहद खुश है।

मोहित कापड़ी सेना में
देहरादून। पिथौरागढ़ के सिराड़ गांव निवासी मोहित कापड़ी सेना में छह साल बतौर सिपाही नौकरी करने के बाद एसीसी विंग के जरिए आईएमए पहुंचे। शनिवार को पासआउट होकर अफसर बन गए। उन्होंने रजत पदक भी हासिल किया। मोहित ने सरस्वती शिशु मंदिर नैनीपातल से पांचवीं तक पढ़ाई की। इसके बाद आगरा केवि-दो से 12वीं तक की पढ़ाई की। इसके बाद वे 2014 में सेना में बतौर सिपाही भर्ती हो गए। उनको थ्री पैरा स्पेशल फोर्स में नियुक्ति मिली। इसी कोर से पिता बतौर जेसीओ रिटायर हुए थे। मोहित ने छह साल की नौकरी के बाद कठिन तैयारी की और 2020 में एसीसी की परीक्षा पास की। इसके बाद वे शनिवार को लेफ्टिनेंट बन गए। वे लद्दाख स्काउट में कमीशन हुए। लेह में पहली पोस्टिंग मिली। उनकी मां हेमा गृहिणी हैं और बड़े भाई राकेश निजी स्कूल में शिक्षक हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें