Agniveer Army: जून 2016 में ही भारतीय वायुसेना ने महिलाओं की लड़ाकू भूमिका में नियुक्ति की शुरुआत कर दी थी। उस दौरान वायुसेना में तीन महिला अधिकारी लड़ाकू पायलट के तौर पर शामिल हुईं थीं।
Agneepath: पूर्व सैन्य अफसरों की ओर से शहादत के मामले में अग्निवीरों के परिजनों को पारिवारिक पेंशन देने मांग उठाई जा रही है। नियमित सैनिकों के आश्रितों को सेना भर्ती में भी प्राथमिकता दी जाती है।
Agniveer Army: थल, जल और नभ सेना तीनों में यही प्रक्रिया अपनाई गई है। सेनाओं में अग्निवीरों के पहले बैच आ चुके हैं। सूत्रों के अनुसार योजना में सुधारों को लेकर अनेक सुझाव सेनाओं की ओर से मिले हैं।
नेपाल की तरफ से अभी सेना को गोरखाओं की भर्ती के लिए मंजूरी नहीं दी गई है। अगस्त में दो केंद्रों पर इसकी तैयारी शुरू की गई थी, लेकिन नेपाल सरकार की अनुमति नहीं मिलने पर उसे रद्द करना पड़ा।
युवक को उस समय हार्ट अटैक आ गया जब वह सेना भर्ती के लिए अपनी तैयारी कर रहा था। वह युवक अपने जूते का फीता बांधने के लिए झुका हुआ था।
‘आप’ के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर दावा किया कि अग्निवीरों की भर्ती के लिए जाति प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का चेहरा देश के सामने आ चुका है।
8वीं पास लोगों के पास अग्निवीर ट्रेड्समैन बनने को मौका होगा। आइए जानते हैं, नोटिफिकेशन में अग्निवीरों की भर्ती के क्या नियम बताए गए हैं और उन्हें क्या फायदे मिलेंगे और क्या नहीं...
स्कीम का ऐलान होने के अगले ही दिन बुधवार सुबह बिहार में हिंसक प्रदर्शन हुआ था। इसके बाद यूपी के कई शहरों, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में इसका विरोध शुरू हो गया।
उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से कुछ सवाल पूछे हैं। यह सवाल उन्होंने सेना भर्ती में कोशिश कर रहे युवाओं की तरफ से पूछे हैं। इससे पहले उन्होंने इस योजना पर युवाओं की राय मांगी थी।
देश में अभी तकरीबन 24-25 लाख पूर्व सैनिक होने का अनुमान है। हर साल तीनों सेनाओं से 60-70 हजार जवान रिटायर होते हैं। आमतौर पर 38-42 साल की उम्र में ज्यादातर जवान रिटायर हो जाते हैं।