शिक्षकों के तबादले फिर अटके, इस काम के बाद ही ट्रांसफर की उम्मीद
शिक्षकों के तबादलों के फिर अटकने की आशंका है। हर बार तबादलों से पहले शिक्षकों की प्रोन्नति की जाती है। प्रोन्नति के लिए अभी शिक्षकों व प्राइमरी के प्रधानाध्यापकों के रिक्त पदों का ब्यौरा जुटाया जा रहा
शिक्षकों के तबादलों के फिर अटकने की आशंका है। हर बार तबादलों से पहले शिक्षकों की प्रोन्नति की जाती है। प्रोन्नति के लिए अभी शिक्षकों व प्राइमरी के प्रधानाध्यापकों के रिक्त पदों का ब्यौरा जुटाया जा रहा है। हालांकि विधानसभा सत्र के दूसरे सत्र में सरकार ने सदन में बताया था कि प्राइमरी के प्रधानाध्यापकों, जूनियर के प्रधानाध्यापकों व सहायक अध्यापकों के 63229 पद रिक्त हैं।
इस बीच कई शिक्षक रिटायर भी हुए होंगे। लिहाजा नए सिरे से रिक्त पदों की गण्ना की जाएगी। तबादले का इंतजार शिक्षक लम्बे समय से कर रहे हैं। जुलाई 2022 में शासन ने अंत:जनपदीय तबादले के लिए आदेश जारी किया था लेकिन इस बीच 68500 के एमआरसी प्रभावित 4000 शिक्षकों से संबंधित हाईकोर्ट का फैसला आ गया। इनकी तैनाती के बाद ही तबादले किए जाने थे। अक्तूबर में महानिदेशक ने तबादलों की प्रक्रिया तय करने संबंधी प्रस्ताव शासन को भेजा है, इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्र से नगर क्षेत्र में तबादले का प्रस्ताव भी शासन स्तर पर लम्बित है। एक दशक के बाद अब शिक्षकों की प्रोन्नति हो रही है और इसमें भी रिक्त पदों के आगणन में समय लगना तय है। ये प्रोन्नति जिला स्तर पर होगी।
60 हजार से ज्यादा पद हैं रिक्त
प्राइमरी स्कूल के अध्यापकों के सीधी भर्ती के ग्रामीण क्षेत्र के 51 हजार और नगर क्षेत्र में 12 हजार पद खाली हैं। ग्रामीण क्षेत्र से नगर क्षेत्र में तबादले से ये पद भरे जाएंगे। 51 हजार पदों पर भर्ती के लिए सरकार काफी पहले घोषणा कर चुकी है लेकिन इसकी प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं की गई है।
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