जेईई मेन में पटना का शुभ बना बिहार टॉपर, जेईई मेन-1 में भी किया था टॉप, शेयर किया अपनी सफलता का मंत्र
देशभर में इंजीनियरिंग की सीटों में दाखिला के लिए आयोजित होने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन्स 2020 के नतीजे शुक्रवार देर रात नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जारी कर दिए। इसमें 24 अभ्यर्थियों...
देशभर में इंजीनियरिंग की सीटों में दाखिला के लिए आयोजित होने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन्स 2020 के नतीजे शुक्रवार देर रात नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जारी कर दिए। इसमें 24 अभ्यर्थियों को 100 पर्सेंटाइल मिले हैं। जेईई मेन की वेबसाइट पर परिणाम देखे जा सकते हैं। पटना के बेली रोड निवासी शुभ कुमार बिहार टॉपर बने हैं। उन्हें 99.997238 पर्सेंटाइल मिला है। जेईई मेन-1 में भी शुभ को 99.9972 परसेंटाइल हासिल हुआ था। बिहार में छात्रा वर्ग में टॉपर आकृति पांडेय बनी हैं। आकृति को 99.9599641 परसेंटाइल मिला है।
शुभ ने इसी साल सीबीएसई बोर्ड से 12वीं कक्षा 98 फीसदी अंकों के साथ पास की है। अपनी सफलता को लेकर शुभ ने कहा, 'यह संतुलित और लगातार पढ़ाई का नतीजा है। 12वीं क्लास के एग्जाम और जेईई मेन दोनों की तैयारी के लिए मैं रोजाना 12 घंटे पढ़ता था। अच्छी बात यह थी कि जेईई की तैयारी बोर्ड परीक्षा के सिलेबस का करीब 90 फीसदी हिस्सा कवर कर लेती है। मैं कंप्यूटर साइंस में रिसर्च करना चाहता हूं।'
शुभ के पिता सुशील कुमार सुमन जेडीयू नेता और बिजनेसमैन हैं। उनकी मां रीना कुमारी हाउसवाइफ हैं। शुभ अब जेईई एडवांस्ड पर फोकस कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'मैं आईआईटी मुंबई या आईआईटी दिल्ली से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करना चाहता हूं। कंप्यूटर साइंस में रिसर्च करना मेरा लक्ष्य है।'
शुभ ने बताया कि उसने 10वीं पास करने के बाद विद्या मंदिर क्लासेस ने दो साल का कोचिंग कोर्स किया। 10वीं में शुभ के 97 फीसदी मार्क्स आए थे। तैयारी के लिए उन्होंने सोशल मीडिया से भी दूरी बनाए रखी।
शुभ ने कहा, 'मैंने अपना ध्यान हमेशा पढ़ाई की ओर रखा। सेल्फ स्टडी ने काफी मदद की। क्लासरूम में जो पढ़ाई हुई है, उसे रिवाइज करने की काफी जरूरत होती है। अच्छी तैयारी का कोई शॉर्टकट नहीं है। मैंने काफी मॉक टेस्ट दिए। मेरी इधर उधर घूमने की ज्यादा आदत नहीं है। लेकिन अब लॉकडाउन के दौरान मैंने टेबल टेनिस खेलने शुरू किया है।'
जेईई मेंस 2020 में 100 पर्सेंटाइल हासिल करने वाले 24 अभ्यर्थियों में पांच अभ्यर्थी दिल्ली-एनसीआर के हैं। इसमें चिराग फलोर, गुरकीरत सिंह, लक्ष्य गुप्ता, निशांत अग्रवाल और तुषार सेठी दिल्ली-एनसीआर से हैं। मालूम हो कि जेईई मेंस 2019 में भी 24 अभ्यर्थियों को 100 पर्सेंटाइल मिले थे।
पटन के कोचिंग संस्थानों ने दावा किया है। इनका रिजल्ट बेहतर हुआ है। जेईई मेन कटऑफ के अनुसार देशभर से इस परीक्षा में ढाई लाख छात्रों को सफल घोषित किया गया है। सफल छात्र अब जेईई एडवांस के लिए शनिवार से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। जेईई एडवांस की परीक्षा कराने की जिम्मेवारी दिल्ली आईआईटी को दी गई है। ज्वॉइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (जोसा) के माध्यम से काउंसिलिंग होगी। काउंसिलिंग से आईआईटी, एनआईटी और जीएफटीआई में एडमिशन का मौका मिलेगा।
यह परीक्षा एक से छह सितंबर तक आयोजित की गई थी। बिहार में जेईई मेन-2 में 61,583 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। वहीं, जनवरी में हुए जेईई मेन-1 में 53,060 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। सितम्बर की परीक्षा शामिल होने लिए 8.58 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन कोरोना और बाढ़ के कारण करीब 6.35 लाख परीक्षार्थी ही परीक्षा में शामिल हो सके। जेईई एडवांस 27 सितंबर को होगा। इस परीक्षा कई छात्र ऐसे भी हैं जिन्हें जेईई मेन-1 में भी बेहतर रैंक प्राप्त हुआ था। जेईई मेन की रैंक पर छात्र बिहार के इंजीनियरिंग कॉलेज में नामांकन ले सकते हैं। वैसे बिहार के ज्यादा छात्र पहले 31 एनआईटी में दाखिले का प्रयास करते हैं। वहां नहीं होने पर ही राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले का प्रयास करते हैं। बिहार में लगभग दस हजार सीटें हैं।
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