बिहार चुनाव परिणाम को लेकर डीयू का सर्वे सबसे सटीक, जानें एनडीए और महागठबंधन को कितनी सीटें मिलने का लगाया था अनुमान
बिहार विधान सभा चुनाव के एग्जिट पोल को लेकर जब देश के सभी सर्वे एजेंसियों ने बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने का अनुमान लगा रहे थे, दिल्ली विश्वविद्यालय के विकासशील राज्य शोध केंद्र (डीसीआरसी) ने...
बिहार विधान सभा चुनाव के एग्जिट पोल को लेकर जब देश के सभी सर्वे एजेंसियों ने बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने का अनुमान लगा रहे थे, दिल्ली विश्वविद्यालय के विकासशील राज्य शोध केंद्र (डीसीआरसी) ने डीसीआरसी समीक्षा: बिहार 2020 सर्वे में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को 129 सीट का अनुमान लगाकर पूर्ण बहुमत दे दिया था। बिहार विधान सभा चुनाव के सर्वेक्षण में संस्थान ने महागठबंधन को 106 सीटें पाने का अनुमान लगाया था। डीयू का यह सर्वे विधानसभा चुनाव को लेकर हुए तमाम सर्वेक्षण में सबसे सटीक निकला है। महागठबंधन ने जहां 110 सीटों पर विजय पाई है वहीं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 125 सीटें जीती हैं। ज्ञात हो कि यह सर्वे डीयू के विकासशील राज्य शोध केंद्र व राजनीति विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में हुआ है।
डीसीआरसी के निदेशक प्रो. सुनील कुमार चौधरी का कहना है कि यह विशुद्ध रूप से एक शैक्षणिक सर्वे था जो छात्रों के पाठ्यक्रम का हिस्सा है। चुनाव का दौर राजनीति विज्ञान के छात्रों के लिए एक प्रयोगशाला है। छात्रों को इस दौरान काफी कुछ सीखने, करने और करीब से समझने का मौका मिलता है। कोविड-19 से उपजी स्थिति के कारण छात्रों ने इसे ऑनलाइन किया था। कहीं-कहीं तो वह मौके पर भी गए और ऑनलाइन डाटा एकत्रित किया। हम सर्वे और आंकड़ों के बाजार का हिस्सा नहीं हैं, बल्कि हम अकादमिक उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए सीमित संसाधनों के साथ काम करते हैं। वे सर्वे की योजना के बारे में बताते हुए कहते हैं हमने अपने सभी सर्वेक्षणों में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं से संपर्क किया है, और हमारे द्वारा वैज्ञानिक व वस्तुनिष्ठ रूप से एकत्रित किए गए आंकड़ों की संख्या किसी भी अन्य सर्वे एजेंसी के मुक़ाबले कहीं ज्यादा होती है। ऐसे में सटीक अनुमान लगाना संभव हो पाता है। बिहार विधानसभा चुनावों के बारे में भी डीसीआरसी ने जो अनुमान लगाया वह एकदम सटीक है।
पहले भी सटीक आ चुके हैं सर्वे
डीसीआरसी विगत पांच वर्षों में ‘डीसीआरसी समीक्षा’ श्रृंखला के अंतर्गत 4 महत्वपूर्ण चुनाव सर्वेक्षण किए हैं। इन सर्वेक्षणों में उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव 2017, दिल्ली नगर निगम चुनाव 2017, दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 तथा वर्तमान में बिहार विधानसभा चुनाव 2020 शामिल हैं। इन सभी सर्वेक्षणों में केंद्र के अनुमान अन्य सभी सर्वे एजेंसियों के विपरीत सर्वाधिक सटीक रहे हैं।
चुनावों से पहले डीसीआरसी की एक टीम इसका संचालन करती है जिसमें शिक्षक और शोधार्थी होते हैं। सर्वे का मुख्य काम राजनीति विज्ञान के विद्यार्थी करते हैं। उसके बाद राजनीति विज्ञान के शिक्षक और शोधार्थी उन आंकड़ों का विश्लेषण करते हैं।
प्रो.चौधरी का कहना है कि ‘डीसीआरसी समीक्षा’ स्वतंत्र भारत के चुनावी इतिहास में एकमात्र चुनावी अध्ययन श्रृंखला है जो भारत के किसी भी अन्य चुनावी सर्वेक्षण संस्थान से अधिक व्यापक है। साथ ही यह अपने सर्वेक्षण परिणामों में वैज्ञानिक, व्यवहारिक व विश्वसनीय है। यह सर्वेक्षण के दौरान एकत्रित किए सभी नमूनों को अपने पुस्तकालय में रखता है, जिससे कि विद्यार्थी व शोधार्थी अपने अकादमिक उद्देश्यों के लिए समयानुसार उनका उपयोग कर सकें।
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