DSMRU : पुनर्वास विश्वविद्यालय में पार्ट टाइम पीएचडी शुरू की जाएगी
डीएसएमआरयू में अब पार्ट टाइम पीएचडी कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय के कुलपति ने निर्देश दिए हैं। उन्होंने आगामी 05 वर्ष तक की कार्य योजना बनाने के लिए भी निर्देश दिए हैं। साथ ही क्व
डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में पार्ट टाइम पीएचडी शुरू करने के लिए कुलपति ने निर्देश दिए हैं। पार्ट टाइम पीएचडी को शोध अध्यादेश में शामिल करने के लिए कहा है। कुलपति प्रो. संजय सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के नए मानदंडों के अनुसार पीएचडी शोध अध्यादेश में आवश्यक संशोधन किया जाए। पार्ट टाइम पीएचडी के संचालक को शोध अध्यादेश में शामिल किया जाएगा। कुलपति ने निर्देश दिए हैं कि क्वालिटी रिसर्च के लिए जल्द ही रिसर्च एडवाइजरी कमेटी बनाए जाए। प्रत्येक शोधार्थी के लिए शोध निर्देशक की अध्यक्षता में एक रिसर्च एडवाइजरी कमेटी होगी।
इस कमेटी के निर्णयों को विभाग की शोध समिति (डीआरसी) को भेजा जाएगा। डीआरसी उन निर्णयों को प्रभावी कराएगी। इसी तरह हॉस्टल एलॉटमेंट पॉलिसी में बदलाव होगा। हॉस्टल में प्रवेश नए नियमों के तहत दिए जाएंगे। पुस्तकालय नियमावली, फाइनेंस मैनेजमेंट, स्पोर्ट्स मैनेजमेंट, वेलफेयर पॉलिसी, एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी कैलेंडर तैयार करने के लिए भी कुलपति ने कहा है।
15 मई तक दें पीजी का संशोधित पाठ्यक्रम
परास्नातक स्तर पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने और कोर्स रिवीजन करने के लिए कहा गया है। पीजी का संशोधित पाठ्यक्रम 15 मई तक देने के लिए कहा गया है। खेल नीति बनाने के निर्देश दिए हैं। जो विद्यार्थी विश्वविद्यालय के खिलाड़ी हैं उनको प्रवेश में वरीयता देने के लिए स्पोर्ट्स कोटे का प्रावधान किया जाएगा। इसी के साथ कुलपति ने प्रत्येक विभाग, संस्थान, केंद्रों को एक वर्ष, दो वर्ष और पांच वर्ष की कार्य योजनाओं का विवरण तैयार करने के निर्देश दिए है। कुलपति प्रो. संजय सिंह ने मंगलवार को कृत्रिम अंग एवं पुनर्वास केन्द्र का भ्रमण किया।
स्लो लर्नर पर अलग से फोकस
परास्नातक स्तर पर पाठ्यक्रम और प्रवेश का अध्यादेश बनाने के निर्देश दिए गए है। कुलपति ने कहा है कि स्लो लर्नर और फास्ट लर्नर विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग पाठ्यक्रम बनाया जाए। स्लो लर्नर पर अधिक फोकस करने के लिए भी कुलपति ने कहा है।
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