बिहार : फर्जी शिक्षकों को पकड़ने के लिए बनाई गया ये प्लान
फर्जी शिक्षकों को पकड़ने के लिए अब सभी नियोजित शिक्षकों के मैट्रिक और इंटरमीडिएट के प्रवेशपत्र पर प्राचार्य के हस्ताक्षर, बिहार बोर्ड द्वारा प्रवेश पत्र पर दिये गये संख्या व शिक्षकों के यूएनए नंबर का...
फर्जी शिक्षकों को पकड़ने के लिए अब सभी नियोजित शिक्षकों के मैट्रिक और इंटरमीडिएट के प्रवेशपत्र पर प्राचार्य के हस्ताक्षर, बिहार बोर्ड द्वारा प्रवेश पत्र पर दिये गये संख्या व शिक्षकों के यूएनए नंबर का मिलान किया जायेगा। इसके लिए पटना जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी बीईओ (प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी) को आदेश दिया है। ज्ञात हो कि फर्जी प्रमाण पत्र पर कई शिक्षकों के नौकरी करने का मामला प्रकाश में आता रहा है। पिछले दिनों पटना डीईओ ने ऐसे ही एक मामले को पकड़ा है। उस पर कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। वहीं कई शिक्षकों के प्रमाणपत्र की जांच हो रही है। 2014 में कई ने फर्जी प्रमाण पत्र पर योगदान दिया दिया था।
डीईओ के अनुसार, सभी शिक्षकों को ईपीएफ से जोड़ा जायेगा। इसके लिए सभी शिक्षकों के यूएनए नंबर का मिलान किया जा रहा है। जब शिक्षकों के यूएनए नंबर एक जैसा हो जा रहा है तो ऐसे शिक्षकों के बाकी प्रमाण पत्र का मिलान किया जा रहा है।
नीरज कुमार (डीईओ पटना) ने कहा, 'फर्जी प्रमाण पत्र पर कई शिक्षक नौकरी कर रहे हैं। अभी एक शिक्षक पकड़ में आया है। इसके बाद सभी बीईओ को नियोजित शिक्षकों के प्रमाणपत्र की गहन जांच करने को कहा गया है।'
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