Hindi Newsकरियर न्यूज़BHU PhD Admission 2023: BHU PhD form Notification released bhu ret and nta phd Entrance Test dates

BHU PhD : बीएचयू में पीएचडी एडमिशन का नोटिफिकेशन जारी, 147 विषयों में कुल 1421 सीटें

BHU PhD Admission 2023: बीएचयू ने गुरुवार को शोध प्रवेश के लिए सत्र 2023-24 का बुलेटिन जारी कर दिया। 16 संकायों के विभागों में कुल 147 विषयों में शोध के लिए 1421 सीटों की सूचना जारी की गई है।

वरिष्ठ संवाददाता वाराणसीFri, 8 Sep 2023 09:13 AM
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BHU PhD Admission 2023: बीएचयू ने गुरुवार को शोध प्रवेश के लिए सत्र 2023-24 का बुलेटिन जारी कर दिया। 16 संकायों के विभागों में कुल 147 विषयों में शोध के लिए 1421 सीटों की सूचना जारी की गई है। सभी सीटें एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी - NTA PhD Entrance Test ) के अलावा रीट (रिसर्च इंट्रेंस टेस्ट -  BHU RET ) के जरिए भरी जाएंगी। बीएचयू के छात्र लंबे समय से शोध बुलेटिन जारी करने की मांग कर रहे थे। तीन दिन पहले एबीवीपी की बीएचयू इकाई की अगुवाई में छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक कार्यालय का घेराव भी किया था। परीक्षा नियंत्रक ने बुलेटिन जल्द जारी करने का आश्वासन दिया था। गुरुवार को जारी 39 पेज के शोध प्रवेश बुलेटिन में सीटों की सिलसिलेवार जानकारी दी गई है।

अगस्त में एनटीए की तरफ से जारी प्रवेश सूचना में परीक्षा का माध्यम अंग्रेजी भाषा होने को लेकर भी छात्रों ने विरोध जताया था। इसके बाद एनटीए की तरफ से संशोधित सूचना जारी कर बताया गया कि भाषा व अन्य विषयों की परीक्षा द्विभाषीय माध्यम में ली जाएगी। शोध प्रवेश बुलेटिन में सभी विषयों में भाषा की जानकारी भी दी गई है।

57 सीटों संग वाणिज्य संकाय दूसरे स्थान पर
सबसे ज्यादा सीटों वाले शोध विषयों में विज्ञान संस्थान के अंतर्गत रसायन विज्ञान में 145, भौतिकी में 40, भूविज्ञान में 34 और जंतु विज्ञान में 22 सीटें हैं। वाणिज्य संकाय में कॉमर्स में 57, प्रबंध अध्ययन में 38, शिक्षाशास्त्र में 49, हिंदी में 42 सीटें हैं। शोध बुलेटिन में एनटीए और रीट के जरिए होने वाली प्रवेश प्रक्रिया के संबंध में जानकारी दी गई है।

विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए आवेदन पत्र जमा करते समय विदेशी उम्मीदवारों के लिए टोफेल ( TOEFL) का अंग्रेजी दक्षता प्रमाणपत्र (न्यूनतम 70 अंक के साथ) या आईईएलटीएस (न्यूनतम 6 बैंड) स्कोर अनिवार्य है

सभी पात्र फुल टाइम शोधार्थियों को (बीएचयू-आरईटी के माध्यम से दाखिला पाने वाले) जिन्हें किसी भी फंडिंग एजेंसी से कोई वित्तीय सहायता नहीं मिल रही है, को उसकी पूरी आवासीय अवधि (पीएचडी अध्यादेश के अनुसार अधिकतम तीन + एक वर्ष) के लिए फेलोशिप प्रदान की जा सकती है। 

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