बीएड स्नातक 20 हजार शिक्षकों को ब्रिज कोर्स का इंतजार
बिहार के प्राथमिक स्कूलों में कार्यरत 20 हजार से ज्यादा बीएड शिक्षकों को ब्रिज कोर्स का इंतजार है। बीएड वाले अभ्यर्थी महीनों से विभाग के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन 10 माह बीतने के बाद भी ब्रिज कोर्स नहीं
प्राथमिक स्कूल में कार्यरत 20 हजार शिक्षकों को ब्रिज कोर्स करने का इंतजार है। ये शिक्षक बीएड स्नातक हैं और इन्हें पहली से पांचवीं तक के स्कूली बच्चों को पढ़ाने के लिए ब्रिज कोर्स करना अनिवार्य है। इन शिक्षकों के नियोजन का 10 महीने से अधिक होने के बाद भी अब तक शिक्षा विभाग ने ब्रिज कोर्स नहीं करवाया है। बता दें कि राज्यभर में 20 हजार बीएड धारी अभ्यर्थियों का शिक्षक नियोजन प्रारंभिक कक्षा (एक से पांचवीं तक) के लिए वर्ष 2022 के दिसंबर में किया गया था। इसके साथ प्रारंभिक शिक्षा निदेशक ने इन शिक्षकों को छह महीने का ब्रिज कोर्स अगले दो साल में करवाने की बात कही थी। इसके बाद सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) को अपने जिले से ऐसे शिक्षकों का सही संख्या उपलब्ध करवाने के लिए भी कहा गया था। लेकिन अब तक इसको लेकर प्रारंभिक शिक्षा निदेशक ने कोई तैयारी नहीं की है। इससे ऐसे बीएड वाले अभ्यर्थी काफी परेशान नजर आ रहे हैं।
बीएडधारी नहीं पढ़ा सकते हैं पहली से पांचवीं कक्षा में
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के अनुसार प्रारंभिक कक्षा यानी एक से पांचवीं तक में बीएडधारी शिक्षक नहीं बनेंगे। अगर इन्हें शिक्षक बनाया भी जाता है तो इन शिक्षकों को दो वर्ष के अंदर छह माह का ब्रिज कोर्स करना अनिवार्य है। अब इन शिक्षकों को डर है कि अगर जल्द ब्रिज कोर्स नहीं करवाया गया तो उनके योगदान का क्या होगा।
विभाग के लगा रहे चक्कर:
इधर शिक्षक लगातार विभाग का चक्कर लगा रहे हैं। शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुजीत कुमार ने बताया कि अगर हमें जल्द ब्रिज कोर्स नहीं करवाया जाएगा तो शिक्षकों को बहुत ही नुकसान होगा। एनसीटीई के आदेशानुसार बीएडधारी स्नातक एक से पांचवीं तक के कक्षा में नहीं पढ़ा सकते हैं। प्राथमिक निदेशक के कहने के बाद भी अभी तक ब्रिज कोर्स नहीं करवाया गया है।
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