बिहार स्कूल एजुकेशन बोर्ड ने बिहार मैट्रिक परीक्षा के नतीजे घोषित हो गए हैं। इस बार बिहार बोर्ड के नतीजे जारी करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन नहीं हुआ। शिक्षा मंत्री और बिहार विद्यालय समिति के...
बिहार स्कूल एजुकेशन बोर्ड ने बिहार मैट्रिक परीक्षा के नतीजे घोषित हो गए हैं। इस बार बिहार बोर्ड के नतीजे जारी करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन नहीं हुआ। शिक्षा मंत्री और बिहार विद्यालय समिति के अध्यक्ष की उपस्थिति में बिहार बोर्ड के नतीजे जारी किए गए। परीक्षाफल की घोषणा शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने की। जो स्टूडेंट्स बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा में शामिल हुए थे, वो बिहार बोर्ड के नतीजे बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट onlinebseb.in और biharboardonline.com के साथ लाइव हिन्दुस्तान पर भी नतीजे चेक कर सकते हैं। स्टूडेंट्स रोल नंबर के जरिए रिजल्ट चेक कर सकते हैं।
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इस बार कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण बिहार बोर्ड मैट्रिक के नतीजों में देरी हो गई थी। लॉकडाउन के कारण बिहार बोर्ड की कॉपियों का मूल्यांकन देर से शुरू हुआ था। उसके बावजूद बिहार बोर्ड मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन कर नतीजे जारी कर रहा है।
बिहार बोर्ड सबसे पहले जारी कर रहा है नतीजे
बिहार बोर्ड ने यूपी बोर्ड, सीबीएसई बोर्ड में नतीजे जारी करने में बाजी मार ली है। लॉकडान के कारण सीबीएसई की कुछ परीक्षाएं लटकी हुई हैं तो कुछ बोर्डों की अभी तक उत्तर पुस्तिकांए भी नहीं जांची जा सकी हैं। अभी तक मिजोरम बोर्ड ने 10वीं के नतीजे जारी किए हैं। ऐसे में बिहार बोर्ड 10वीं का रिजल्ट जारी कर सबसे जल्दी रिजल्ट देने का रिकॉर्ड बनाया है। वहीं यूपी बोर्ड की कॉपियों का मूल्यांकन भी अभी समाप्त नहीं हुआ है।
17 से 24 फरवरी तक ली गई थी परीक्षा
मैट्रिक परीक्षा 17 से 24 फरवरी तक आयोजित की गयी थी। परीक्षा में कुल 15 लाख 29 हजार 393 परीक्षार्थी ने फार्म भरा था। इसमें सात लाख 83 हजार 034 छात्राएं और सात लाख 46 हजार 359 छात्र शामिल थे। हर दिन परीक्षा दो पाली में ली गयी थी। प्रथम पाली में सात लाख 74 हजार 415 और दूसरी पाली में सात लाख 54 हजार 978 परीक्षाथी शामिल हुए। वहीं 2019 की बात करें तो समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर के अनुसार 1660609 परीक्षार्थियों में कुल 824888 विद्यार्थी (428273 छात्राएं व 414615 छात्र) प्रथम पाली में और दूसरी पाली में 817721 विद्यार्थी (408802 छात्राएं व 408919 छात्र) शामिल हुए थे।
24 मार्च को इंटर रिजल्ट के बाद बिहार बोर्ड मैट्रिक रिजल्ट की तैयारी में जुट गया था। रिजल्ट तैयार करने से पहले टॉप-100 छात्रों का वेरिफिकेशन और रि-चेकिंग की गई है। इसमें अंकों की रि-टोटलिंग, बिना जांचें हुए उत्तर की जांच, सही उत्तर पर अंक देना आदि शामिल है। मेधावी छात्रों को सही अंक मिले और छात्रों को नुकसान ना हो, इसके लिए बोर्ड इस बार पूरी सर्तकता बरत रहा है। आपको बता दें कि 2018 और 2017 में कई छात्र और छात्राएं अपने अंक के लिए हाई कोर्ट तक गये। हाई कोर्ट के आदेश पर जब कॉपी निकली तो शिक्षकों की लापरवाही सामने आई। कॉपी पर कई प्रश्न ऐसे थे जिसमें अंक ही नहीं दिए गए थे।
इस बार बोर्ड ने टॉपर्स का इंटरव्यू ऑनलाइन लिया। दरअसल कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए बिहार बोर्ड के स्टूडेंट्स को बोर्ड कार्यालय न बुलाकर ऑनलाइन ही उनका इंटरव्यू लिया है।
ये हैं बिहार बोर्ड के 10वीं के पिछले तीन साल के टॉपर्स:
2019: साल 2019 में बिहार बोर्ड मैट्रिक में सावन राज भारती ने टॉप किया था। सावन ने मैट्रिक परीक्षा में 486 अंक यानि 97.2 फीसदी अंक हासिल किया है। सावन भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाना चाहते हैं। सावन ने बांका के रजौन से प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की थी। सिमुलतला आवासीय विद्यालय में चयन उसके कैरियर में तरक्की की पहली सीढ़ी थी।
2018 के टॉपर: साल 2018 की बात करें तो प्रेरणा राज ने दसवीं में टॉप किया था। प्रेरणा ने कुल 457 अंक यानी 91.4 फीसदी अंक हासिल किए थे।
2017 के टॉपर: 2017 में प्रेम कुमार ने टॉप किया था। प्रेम कुमार ने 465 अंक यानी 93 फीसदी अंक हासिल किए थे। प्रेम कुमार गोविंद सिंह हाई स्कूल के स्टूडेंट थे।
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