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PhD : UGC का बड़ा फैसला, देश की बेस्ट 10 पीएचडी थीसिस को मिलेगा अवॉर्ड, जानें योग्यता नियम व शर्तें

  • यूजीसी ने फैसला किया है कि हर साल देश की टॉप 10 पीएचडी थीसिस को चुना जाएगा और उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। यह पहल नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी), 2020 को ध्यान में रखकर की गई है।

Pankaj Vijay लाइव हिन्दुस्तानTue, 8 Oct 2024 04:36 PM
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इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) अब अच्छा शोध कार्य करने वाले पीएचडी शोधार्थियों को सम्मानित करेगा। यूजीसी ने फैसला किया है कि हर साल देश के तमाम विश्वविद्यालयों की टॉप 10 पीएचडी थीसिस को चुना जाएगा और उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। यह पहल नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी), 2020 को ध्यान में रखकर की गई है जिसमें रिसर्च और नए ज्ञान के सृजन पर जोर दिया गया है। यूजीसी ने पीएचडी एक्सीलेंस सम्मान को लेकर गाइडलाइंस का प्रारूप तैयार किया है। यूजीसी इसके बारे में छात्रों, शिक्षकों व आम लोगों से फीडबैक भी लेगा। जल्द ही गाइडलाइंस को सार्वजनिक किया जाएगा।

यूजीसी चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने कहा, 'यह पहल विभिन्न विषयों में उत्कृष्ट डॉक्टरल शोध कार्यों को पहचान दिलाने को लेकर है। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है, जो नए ज्ञान के सृजन और खोज को भारत के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण मानती है।'

कौन से विश्वविद्यालय के शोधार्थी होंगे इसके योग्य

देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालय, राज्य विश्वविद्यालय, निजी विश्वविद्यालय व डीम्ड विश्वविद्यालय के शोधार्थी इसके पात्र होंगे। यह भी नियम है कि केवल वे विश्वविद्यालय ही इसमें भाग ले सकते हैं, जो राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (नैक) से मान्यता प्राप्त हैं और यूजीसी अधिनियम की धारा 2(f) के तहत सूचीबद्ध हैं।

इन 5 स्ट्रीम से चुनी जाएंगी बेस्ट 10 थीसिस

- साइंसेज (एग्रीकल्चर साइसेंज, मेडिकल साइंसेज समेत)

- इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलोजी

- सोशल साइंसेज (एजुकेशन एंड ह्यूमैनिटीज भी)

- इंडियन लैंग्वेज

- कॉमर्स एंड मैनेजमेंट स्ट्रीम शामिल है।

हर वर्ष इन पांचों संकाय से 2-2 पीएचडी थीसिस चुनी जाएंगी।

यूनिवर्सिटी पांच स्ट्रीम से हर वर्ष 1-1 पीएचडी थीसिस यानी कुल पांच पीएचडी थीसिस की सिफारिश कर सकती हैं। हर साल बीते वर्ष में यूनिवर्सिटी द्वारा 1 जनवरी से 31 दिसंबर के बीच दीक्षांत समारोह में जो पीएचडी डिग्री वितरित की गई होंगी, उनमें से वह चयन कर सकती है।

अंतिम चयन यूजीसी स्तर पर एक चयन समिति द्वारा किया जाएगा।

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कैसे होगा चयन

देश भर के विश्वविद्यालयों से टॉप 10 थीसिस का चुनाव बेहद चुनौतिपूर्ण होगा। ऐसे में चयन प्रक्रिया दो चरणों में बांटी गई है। पहले चरण में विश्वविद्यालय स्तर पर बनी स्क्रीनिंग समिति शोधार्थियों के कार्यों की समीक्षा करेगी। कैंडिडेट्स को शार्टलिस्ट कर वह अपनी सिफारिश यूजीसी को भेजेगी। इसके बाद यूजीसी की चयन समिति विश्वविद्यालयों की लिस्ट देखेगी और विश्लेषण कर अंतिम चयन करेगी।

यूजीसी हर साल 5 सितंबर शिक्षक दिवस के दिन 10 शोधार्थियों को पीएचडी एक्सीलेंस अवॉर्ड से सम्मानित करेगी।

पीएचडी करने वालों में बंपर बढ़ोतरी

यूजीसी के एक अध्ययन के मुताबिक पीएचडी करने वाले छात्रों की संख्या में हाल के वर्षों में बंपर इजाफा हुआ है। 2010-11 में 77,798 पीएचडी दाखिले हुए थे जबकि 2017-18 में यह 1,61,412 हो गए। जगदीश कुमार ने कहा कि पीएचडी में दाखिला लेने वालों में हर साल 10 फीसदी की वृद्धि देखी गई।

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