NEET छात्रों के लिए अच्छी खबर, MBBS की 550 और PG की 70 सीटें बढ़ने के आसार
- NEET MBBS Seats : शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए तमिलनाडु में एमबीबीएस की सीटों में बंपर इजाफा हो सकता है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने 2021 में शुरू किए गए 11 मेडिकल कॉलेजों में से प्रत्येक में 50 स्नातक सीटें बढ़ाने के लिए नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) से मंजूरी मांगी है।
नीट 2025 परीक्षा की तैयारी में जुटे छात्रों के लिए अच्छी खबर है। शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए तमिलनाडु में एमबीबीएस की सीटों में बंपर इजाफा हो सकता है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने 2021 में शुरू किए गए 11 मेडिकल कॉलेजों में से प्रत्येक में 50 स्नातक सीटें बढ़ाने के लिए नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) से मंजूरी मांगी है। अगर इन मेडिकल कॉलेजों को सीटें बढ़ाने की इजाजत मिलती है तो तमिलनाडु में सत्र 2025-26 में एडमिशन के लिए उपलब्ध सीटें बढ़कर 5,600 हो जाएंगी। यानी 36 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 550 सीटों का इजाफा होगा।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर डॉ. जे संगुमनी ने कहा कि सीटों बढ़ने से ज्यादा छात्र कम फीस में मेडिकल की पढ़ाई कर सकेंगे। उन्होंने कहा, 'तमिलनाडु उन राज्यों में से है, जहां सबसे अधिक संख्या में मेडिकल कॉलेज हैं। हर जिले में एक नया मेडिकल कॉलेज खोलने की नीति के साथ हमने सुनिश्चित किया है कि सरकारी कॉलेज निजी और स्व-वित्तपोषित मेडिकल कॉलेजों के बराबर हों।'
राज्य के 76 मेडिकल कॉलेजों में से स्वास्थ्य विभाग 36 चलाता है, जबकि केके नगर में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और मदुरै में एम्स मिलकर 200 सीटें ऑफर करते हैं। शेष 38 स्व-वित्तपोषित कॉलेज, निजी विश्वविद्यालय और डीम्ड विश्वविद्यालय हैं।
छह कलेक्टरों को नए मेडिकल कॉलेजों के लिए अपने जिलों में जमीन की पहचान करने के लिए कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'प्रक्रिया जारी है। एक बार भूमि की पहचान हो जाने और स्वास्थ्य विभाग को ट्रांसफर हो जाने के बाद हम अनुमति के लिए एनएमसी में आवेदन कर सकते हैं।'
तमिलनाडु ने 23 विभिन्न कोर्सेज के लिए 13 मेडिकल कॉलेजों में 70 मेडिकल पीजी सीटें शुरू करने की अनुमति भी मांगी है। ये सीटें लगभग सभी स्पेशलाइजेशन वाली होंगी। सबसे अधिक मांग एनेस्थीसिया और स्त्री रोग के लिए है, इसके बाद बाल रोग में चार सीटें हैं। डॉ. संगुमनी ने कहा, 'हमने इनमें से प्रत्येक स्ट्रीम में छह सीटों की मांग की है।'
नीट 2025 में दिखाई देंगे कई सुधार, सुप्रीम कोर्ट में आएगी कमिटी की रिपोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने नीट-यूजी परीक्षा संबंधी सुधारों पर रिपोर्ट दाखिल करने के लिए केंद्र द्वारा नियुक्त सात सदस्यीय विशेषज्ञ समिति को दी गई समय-सीमा सोमवार को दो सप्ताह के लिए बढ़ा दी। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट से इसका अनुरोध किया था। नीट 2024 के विवादों में आने के बाद सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर केंद्र सरकार ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा के तौर तरीकों में सुधार के लिए पूर्व इसरोचीफ डॉ. के राधाकृष्णन की अध्यक्षता में सात सदस्यी कमेटी बनाई थी। परीक्षा में सुधार को लेकर मायगॉव पोर्टल के जरिए लोगों के 37 हजार से ज्यादा प्रतिक्रियाएं मिली हैं जिनमें छात्र, अभिभावक और शिक्षा क्षेत्र के अन्य लोगों के सुझाव भी शामिल हैं। इसके अलावा इस क्षेत्र के जानकारों से भी सलाह ली गई है।
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