NCERT: कक्षा बारहवीं रिजल्ट में शामिल होंगे नौवीं से ग्यारहवीं के मार्क्स?
- NCERT NEWS: एनसीईआरटी के संगठन परख ने कक्षा बारहवीं रिजल्ट तैयार करने को लेकर एक रिपोर्ट पेश की है। रिजल्ट में फॉर्मेटिव और सुमेटिव असेसमेंट दोनों शामिल होने चाहिए।

NCERT Report: एनसीईआरटी ने कक्षा बारहवीं के रिजल्ट मूल्यांकन करने के लिए एक रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट को एनसीईआरटी के संगठन ‘परख’ ने तैयार किया है। इस रिपोर्ट में यह कहा गया है कि कक्षा बारहवीं के रिजल्ट में कक्षा 9वीं से लेकर कक्षा ग्यारहवीं तक के अंकों (असेसमेंट) को भी जोड़ना चाहिए। इसके अलावा वोकेशनल और स्किल कोर्सेज को बढ़ावा देना चाहिए। यह प्रस्ताव “शिक्षा बोर्डों में समानता की स्थापना” एक रिपोर्ट में दिए गए हैं। जिसमें संचयी परफॉर्मेंस मैट्रिक्स को शामिल करने का सुझाव दिया गया है। जिसके अनुसार बारहवीं रिजल्ट में कक्षा 9 का 25 प्रतिशत, कक्षा दसवीं का 20 प्रतिशत और कक्षा ग्यारहवीं का 25 प्रतिशत वेटेज होना चाहिए।
सभी 32 शिक्षा बोर्ड के साथ तकरीबन एक साल तक विचार-विमर्श के सभी छात्रों के लिए वोकेशनल और स्किल कोर्स को अनिवार्य करने का सुझाव दिया गया है। जिसमें हाॅलिस्टक लर्निंग के लिए डेटा मैनेजमेंट, कोडिंग, एप्लीकेशन डेवेलपमेंट, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, संगीत, कला और क्राफ्ट आदि को अनिवार्य कर देना चाहिए, इसे न्यू एजुकेशन पॉलिसी में भी लिखा गया है।
रिपोर्ट में टीचर की परफॉर्मेंस को चेक करने और स्कूल इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी बेहतर करने के लिए सुझाव दिया गया है। जिसमें पीने योग्य पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करना, अच्छे संसाधन से युक्त लाइब्रेरी, सीखने के लिए अनुकूल वातावरण बनाने के लिए पर्याप्त स्पोर्ट्स फैसिलिटी शामिल हैं।
रिपोर्ट में यह भी सलाह दी गई है कि कक्षा बारहवीं के रिजल्ट को फॉर्मेटिव और सुमेटिव असेसमेंट में बांट देना चाहिए। फॉर्मेटिव असेसमेंट में सेल्फ- रिफ्लेकशन, स्टूडेंट पोर्टफोलियो, शिक्षक मूल्यांकन, प्रोजेक्ट एक्जीक्यूशन और सामुहिक चर्चा शामिल होंगे, जबकि सुमेटिव असेसमेंट में मिड टर्म और फाइनल टर्म की परीक्षाएं शामिल होंगी।
रिपोर्ट के अनुसार कक्षा नौवीं में 70 प्रतिशत फॉर्मेटिव और 30 प्रतिशत सुमेटिव असेसमेंट, कक्षा दसवीं में 50 प्रतिशत फॉर्मेटिव और 50 प्रतिशत सुमेटिव असेसमेंट, कक्षा ग्यारहवीं में 40 प्रतिशत प्रतिशत फॉर्मेटिव और 60 प्रतिशत सुमेटिव असेसमेंट और कक्षा बारहवीं में 30 प्रतिशत प्रतिशत फॉर्मेटिव और 70 प्रतिशत सुमेटिव असेसमेंट को देना चाहिए। कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के छात्रों को क्रेडिट बेस्ड सिस्टम से पढ़ाने का सुझाव दिया गया है।