JEE Main : जेईई मेन आवदेन की आज अंतिम तिथि, ध्यान रखें इस बार के ये 6 बड़े बदलाव
- जेईई मेन 2025 के लिए आवेदन करने की आज 22 नवंबर अंतिम तिथि है। एनटीए कह चुका है कि इस समयसीमा को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। 26 से 27 नवंबर के बीच करेक्शन विंडो खोली जाएगी।
जेईई मेन 2025 के लिए आवेदन करने की आज 22 नवंबर अंतिम तिथि है। एनटीए कह चुका है कि इस समयसीमा को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। ऐसे में जो विद्यार्थी आवेदन करना चाहते हैं, उनके पास आज अंतिम मौका है। साढ़े 12 लाख से ज्यादा आवदेन आ चुके हैं। जो विद्यार्थी अपने एप्लीकेशन फॉर्म में कुछ सुधार या बदलाव करना चाहते हैं, उनके लिए 26 से 27 नवंबर के बीच करेक्शन विंडो खोली जाएगी। जेईई मेन पेपर-1 अंडरग्रेजुएट इंजीनियरिंग प्रोग्राम जैसे एनआईटी, आईआईआईटी में बीई, बीटेक और अन्य केंद्रीय वित्तपोषित तकनीकी संस्थानों (सीएफटीआई) में बीटेक/बीई प्रवेश के लिए आयोजित किया जाता है। जबकि जेईई मेन का पेपर दो देश में बी आर्क और बी प्लानिंग कोर्स में प्रवेश के लिए आयोजित किया जाता है।
जानें इस बार जेईई मेन 2025 में क्या क्या हुए बदलाव
1- सेक्शन बी में ऑप्शनल क्वेश्चन खत्म
एनटीए ने जेईई मेन 2025 के पैटर्न में बदलाव किया है। पेपर के सेक्शन बी में ऑप्शनल क्वेश्चन खत्म कर दिए हैं। अब सिर्फ पांच सवाल मिलेंगे, सभी को हल करना अनिवार्य होगा। पहले 10 सवाल मिलते थे, जिसमें से पांच क्वेश्चन हल करने होते थे।
2- आयु का क्राइटेरिया हटा
आयु संबंधी मानदंड हटा दिया गया है। अब शैक्षणिक योग्यता पूरी करने वाला कोई भी उम्मीदवार, चाहे उसकी आयु कुछ भी हो, आवेदन करने के लिए पात्र है।
3. टाइ ब्रेकिंग नियम बदला, समान अंक आने पर आयु व एप्लीकेशन नंबर नहीं देखे जाएंगे
एनटीए ने जेईई मेन परीक्षा के टाई ब्रेकिंग नियम को बदल दिया है। टाई ब्रेकिंग नियम से ही तय होता है कि समान अंक आने पर किस स्टूडेंट को मेरिट में ऊपर रखा जाएगा। जिन दो छात्रों का एनटीए स्कोर समान रहेगा तो टाई होने पर आल इंडिया रैंक देने के लिए उनका सब्जेक्ट वाइज एनटीए स्कोर देखा जाएगा। अब पहले की तरह टाई ब्रेक सुलझाने के लिए छात्रों की आयु और आवेदन संख्या को नहीं देखा जाएगा। बराबर मार्क्स आने पर रैंक तय करने के लिए सबसे पहले गणित का एनटीए स्कोर देखा जाएगा, इसमें टाई लगने पर फिजिक्स का एनटीए स्कोर और इसके बाद भी टाई होने पर केमिस्ट्री का एनटीए स्कोर देखा जाएगा। इनमें भी टाई होने पर गणित के कम ऋणात्मक (नेगेटिव) स्कोर, उसके बाद फिजिक्स के कम ऋणात्मक स्कोर उसके बाद केमिस्ट्री के कम ऋणात्मक स्कोर को लिया जाएगा और यदि उपरोक्त सभी पैरामीटर में भी टाई लगता है तो उन छात्रों को समान ऑल इंडिया रैंक एवं कैटेगिरी रैंक दे दी जाएगी। ऐसे में कई छात्र ऐसे होंगे जिनका 300 में से 300 स्कोर आया, तो इन सभी की एआईआर-1 दे दी जाएगी, जो पूर्व में वर्ष 2021 में भी हो चुका है। गत वर्ष तक उपरोक्त पैरामीटर में टाई होने पर जिसकी उम्र ज्यादा होती थी उसे एआईआर में प्राथमिकता दी जाती थी। आयु में भी टाई होने पर जेईई-मेन के एप्लीकेशन नंबर को लिया जाता था।
4. परीक्षा केंद्रों की संख्या घटकर 284 हुई
आगामी सत्र के लिए जेईई मेन 2025 के लिए परीक्षा शहरों की संख्या 300 से घटाकर 284 कर दी गई है। ओडिशा में जहां पिछले साल 23 परीक्षा केंद्र थे, वहां इस बार 17 कर दिए गए हैं। वहीं इस बार इंटरनेशनल सेंटरों की संख्या भी कम कर दी गई है। भारत से बाहर अब 24 की जगह 14 एग्जाम सेंटर होंगे। श्रीलंका, कतर, यूएई (दुबई), ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, ब्राजील, कनाडा, हांगकांग, मॉरीशस, रूस, दक्षिण अफ्रीका, वियतनाम, थाइलैंड हटा दिए गए हैं।
5. आधार और 10वीं मार्कशीट में नाम मैच होना जरूरी नहीं
जेईई मेन 2025 एप्लिकेशन फॉर्म भरने में कई छात्रों को आ रही दिक्कतों को लेकर कुछ बदलाव किए गए। आधार कार्ड और 10वीं की मार्कशीट-सर्टिफिकेट में नाम की स्पेलिंग अलग अलग होने के चलते कई स्टूडेंट्स का डेटा मेल नहीं खा रहा था और तकनीकी समस्या के चलते ये आवेदन नहीं कर पा रहे थे। एनटीए ने एडवाइजरी जारी कर कहा कि आधार कार्ड और 10वीं की मार्कशीट-सर्टिफिकेट में स्टूडेंट्स का नाम का मिलान जरूरी नहीं है।
6. न्यूमेरिकल वेल्यू प्रश्नों (एनवीक्यू) के लिए नेगेटिव मार्किंग की शुरुआत
न्यूमेरिकल वेल्यू प्रश्नों (एनवीक्यू) पर अब नेगेटिव मार्किंग होगी। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक अंक काटा जाएगा जो बहुविकल्पीय प्रश्नों (एमसीक्यू) के लिए मार्किंग स्कीम के अनुरूप होगा।
जेईई मेन परीक्षाएं खत्म होने के बाद दोनों सत्रों के बेस्ट एनटीए स्कोर के आधार पर स्टूडेंट्स की रैंक जारी की जाएगी। जेईई मेन परिणाम में पहले 2,50,000 रैंक हासिल करने वाले उम्मीदवार जेईई एडवांस टेस्ट के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे। जेईई एडवांस के जरिए आईआईटी में दाखिला मिलता है। आईआईटी एंट्रेंस जेईई एडवांस्ड भी वही दे सकेगा जिसके 12वीं में कम से कम 75 फीसदी मार्क्स होंगे। या फिर संबंधित बोर्ड एग्जाम में टॉप 20 परसेंटाइल उम्मीदवारों में से एक होंगे।
जेईई मेन में तीन पेपर होते हैं। इसमें फिजिक्स कैमिस्ट्री और मैथ्स होता है। तीन घंटे की परीक्षा में कुल 90 क्वेश्चन होते हैं। सभी के 30-30 सवाल होते हैं। पेपर ए में हर विषय में 20 मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन होते हैं, जबकि पेपर बी में 10 न्यूमेरिकल क्वेश्चन होते हैं। अब नए पैटर्न के तहत सेक्शन बी में 10 से घटकर 5 सवाल होंगे और सभी क्वेश्चन अनिवार्य होंगे।
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