IIT के 7 छात्रों का रक्षा मंत्रालय की कंपनी में प्लेसमेंट, 24 सप्ताह इंटर्नशिप के बाद मिलेगी नियुक्ति
- रक्षा मंत्रालय के तहत आने वाली बीईएल के केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला गाजियाबाद ने आईआईटी पटना के सात छात्रों को रिसर्च स्टाफ के रूप में नौकरी की पेशकश की है। ये सभी स्टूडेंट्स एमटेक के हैं।
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भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला गाजियाबाद ने आईआईटी पटना के सात छात्रों को रिसर्च स्टाफ के रूप में नौकरी की पेशकश की है। इनमें से चार छात्र एमटेक (कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग) और तीन छात्र एमटेक (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) स्ट्रीम से हैं। हाल ही में आयोजित प्लेसमेंट प्रक्रिया में इन विद्यार्थियों का चयन हुआ है। आईआईटी पटना के प्रशिक्षण और प्लेसमेंट अधिकारी कृपाशंकर सिंह ने बताया कि चयनित छात्रों को 24 सप्ताह की इंटर्नशिप करेंगे। इसके बाद प्रदर्शन मूल्यांकन के आधार पर उन्हें प्रोविजनल नियुक्ति का प्रस्ताव दिया जाएगा। चयन प्रक्रिया में प्री-प्लेसमेंट टॉक, लिखित परीक्षा, तकनीकी साक्षात्कार और व्यक्तिगत साक्षात्कार शामिल थे। भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड का केंद्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला गाजियाबाद में स्थित है और यह अत्याधुनिक अनुसंधान एवं विकास में अग्रणी है।
आईआईटी पटना के निदेशक प्रो. टीएन सिंह ने कहा है कि छात्रों के करियर विकास की दिशा में संस्थान प्रतिबद्ध है। इस सफलता पर आईआईटी पटना के डीन (अकादमिक और प्रशासन), प्रो. एके ठाकुर, एसोसिएट डीन (संसाधन) डॉ. एनके तोमर और सीसीडीसी के प्रोफेसर-इन-चार्ज डॉ. अश्विनी असाम ने चयनित छात्रों को बधाई दी।
घटनाओं को रोकने के लिए विभिन्न तकनीकी पर हुई चर्चा इधर, संस्थान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन संस्थान के निदेशक प्रोफेसर टीएन सिंह ने पहाड़ी इलाकों में चट्टान गिरने की भविष्यवाणी और रोकथाम पर व्याख्यान दिया। स्ट्रक्चरल और जियो टेक्निकल इंजीनियरिंग में प्रगति सम्मेलन के तहत आयोजित कार्यक्रम में शुक्रवार को उन्होंने प्राकृतिक स्थानों की मॉडलिंग और अध्ययन की आवश्यकता पर जोर दिया। सम्मेलन में डॉ. ओपी मिश्रा ने भूकंप जोखिम-रोधी संरचनाओं के निर्माण के लिए संरचनात्मक और भू-तकनीकी इंजीनियरों के लिए एक उपकरण पर एक व्यापक मुख्य वक्तव्य प्रस्तुत किया।
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