CBSE result 2025: पहले आंसर शीट देख सकेंगे, इसके बाद में होगा मार्क्स का वेरिफिकेशन, जुलाई में कंपार्टमेंट परीक्षा
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने रिजल्ट के बाद की कुछ एक्टिविटीज में बदलाव किया है। इसकी सूचना बोर्ड ने 2 मई को ही अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी थी।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने रिजल्ट के बाद की कुछ एक्टिविटीज में बदलाव किया है। इसकी सूचना बोर्ड ने 2 मई को ही अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी थी। 10वीं-12वीं बोर्ड की परीक्षा में शामिल विद्यार्थी अब पहले मूल्यांकित उत्तरपुस्तिका देख सकेंगे। इसके बाद अंक सत्यापन को आवेदन करेंगे।
बोर्ड जल्द 10-12वीं की उत्तरपुस्तिकाओं की स्कैन कॉपी ऑनलाइन उपलब्ध कराएगी। बोर्ड ने कहा है कि ऑनलाइन उत्तरपुस्तिका देखने की सुविधा निर्धारित समय के लिए ही होगी। सीबीएसई ने वर्तमान में जो नियम था, उसमें बदलाव करते हुए यह नया नियम लागू किया है। अब तक पहले अंकों का सत्यापन होता था। इसके बाद मूल्यांकित उत्तरपुस्तिका की फोटो कॉपी परीक्षार्थियों को उपलब्ध कराई जाती थी। इसके बाद पुनर्मूल्यांकन होता था।
बोर्ड ने बदलाव करते हुए कहा है कि छात्रों को मिले अंकों की सही चेकिंग के लिए पहले उन्हें उत्तरपुस्तिका उपलब्ध कराई जाएगी। इसमें उन्हें मिले अंक और गलतियों का पता चल सकेगा।
पूरक परीक्षा देने वाले बढ़े, जुलाई में मिलेगा मौका
सीबीएसई की ओर से घोषित परिणामों में एक चिंताजनक पहलू सामने आया है। 2025 में कंपार्टमेंट (पूरक परीक्षा) वाले छात्रों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है। आंकड़ों के अनुसार, कक्षा 10 में 2024 में 1,32,337 छात्र कंपार्टमेंट में थे, जो 2025 में बढ़कर 1,41,353 हो गए। लगभग नौ हजार छात्रों की वृद्धि हुई है और प्रतिशत में 0.05 % की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, साल 2024 में कक्षा 12 में 1,22,170 छात्र कंपार्टमेंट में थे, जबकि 2025 में यह आंकड़ा बढ़कर 1,29,095 हो गया।
घबराएं नहीं, सुधार का मौका : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार, कक्षा 12 के छात्रों को एक विषय और कक्षा 10 के छात्रों को दो विषयों में अंक सुधारने का अवसर दिया जाएगा। यह अवसर उन छात्रों को मिलेगा जो कम्पार्टमेंट कैटेगरी में हैं और कक्षा 12 में एक विषय और कक्षा 10 में दो विषयों में असफल रहे हैं। इसके अलावा, वे छात्र भी पूरक परीक्षा में शामिल हो सकते हैं जिन्होंने 6वें या 7वें विषय से पास होकर मुख्य विषय में असफलता पाई हो या वे छात्र जो पहले ही उत्तीर्ण हो चुके हैं, लेकिन किसी विषय में अंक सुधारना चाहते हैं। पूरक परीक्षाएं जुलाई में आयोजित होंगी।