BPSC TRE : बीपीएससी चयनित 14 शिक्षकों की नौकरी पर तलवार, CTET नियम के उल्लंघन का आरोप
- भागलपुर जिले में बीपीएससी की ओर से पदस्थ 14 शिक्षकों पर अब कार्रवाई की शुरुआत हो चुकी है। डीपीओ (स्थापना) देवनारायण पंडित ने बताया कि इन सभी 14 शिक्षकों को स्पष्टीकरण भेजा गया है। साथ ही सभी से एक सप्ताह के अंदर जवाब मांगा गया है।
भागलपुर जिले में बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से पदस्थ 14 शिक्षकों पर अब कार्रवाई की शुरुआत हो चुकी है। ये सभी वैसे शिक्षक हैं जो बिहार के बाहर के हैं और इन्होंने केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) में 60 प्रतिशत से कम अंक मिलने के बाद भी पांच प्रतिशत छूट का लाभ लिया है। इनमें से 13 शिक्षक उत्तर प्रदेश के तो एक झारखंड के हैं। इन सभी शिक्षकों से जिला शिक्षा विभाग ने स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही एक सप्ताह के भीतर इन्हें जवाब देने को कहा गया है। डीपीओ (स्थापना) देवनारायण पंडित ने बताया कि इन सभी 14 शिक्षकों को स्पष्टीकरण भेजा गया है। साथ ही सभी से एक सप्ताह के अंदर जवाब मांगा गया है। जवाब नहीं देने की सूरत में इन सबको सेवामुक्त कर दिया जाएगा। इसको लेकर जिला शिक्षा विभाग ने इन सभी शिक्षकों की सूची जारी की है। इनमें एक शिक्षक को छोड़ सभी कक्षा एक से पांचवीं तक के हैं।
गौतलब है कि बीपीएससी अध्यापक भर्ती में बिहार राज्य के अलावा अन्य राज्यों के अभ्यर्थी को सीटीईटी में आरक्षण का लाभ मान्य नहीं है। लेकिन अन्य राज्य के अभ्यर्थी को भी आरक्षण का लाभ देकर बहाल किया गया है। यानी बिहार के बाहर निवास करने वाले वैसे अभ्यर्थी जिनका सीटीईटी में 60 प्रतिशत (90) से कम अंक है और वे आरक्षण का लाभ लेकर बहाल होकर स्कूल में पदस्थापित है, वैसे शिक्षकों के विरुद्ध बर्खास्तगी की कार्रवाई की जा रही है।
फ्लैक्स पर दिखेंगे सूबे के शिक्षक
भागलपुर के 2069 समेत पूरे प्रदेश के 77856 विद्यालयों के शिक्षक अब फ्लैक्स पर दिखेंगे। फ्लैक्स पर न सिर्फ उनकी तस्वीर छपी रहेगी, बल्कि नाम व कटेगरी (बीपीएससी या नियोजित शिक्षक) का ब्योरा भी उपलब्ध रहेगा। इससे एक ओर स्कूलों से गायब रहने वाले शिक्षकों पर लगाम लगेगी तो दूसरी ओर विद्यालय में कितने शिक्षक पदस्थ हैं और उनकी कटेगरी क्या है, इसकी जानकारी भी आम लोगों को सहजता से उपलब्ध हो जाएगी। दरअसल, राज्य मुख्यालय को अलग-अलग जिलों के स्कूलों में लगातार शिक्षकों के गैरहाजिर रहने की शिकायत मिल रही थी, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया था। इसको लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी रंजन सिंह ने भागलपुर समेत सभी जिलों के डीईओ व डीपीओ (एसएसए) को निर्देश दिया है। इस बाबत उन्होंने 13 सितंबर तक सभी जिलों से अपने-अपने यहां इसकी अपडेट रिपोर्ट मांगी है। डीईओ राजकुमार शर्मा ने कहा कि सभी शिक्षकों का फोटो समेत पूरा ब्योरा फ्लैक्स पर दर्ज रहेगा। देरी से आने वाले व स्कूल से गैरहाजिर रहने वाले शिक्षकों की निरीक्षण के दौरान सूची तैयार की जाएगी। पहली बार उन्हें समझाया जाएगा, दोबारा गैरहाजिर मिलने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
चौक-चौराहों और पान की गुमटी तक पहुंचना पड़ेगा भारी
अब स्कूलों से गायब रहना और देरी से पहुंचना शिक्षकों को भारी पड़ेगा। विद्यालय निरीक्षण के क्रम में जो शिक्षक देरी से स्कूल पहुंचेंगे या गैरहाजिर मिलेंगे, उनकी सूची बनाई जाएगी। पहली बार तो उन्हें स्कूलों में मौजूद रहने की ताकीद की जाएगी, दूसरी बार संबंधित शिक्षक पर कार्रवाई हो जाएगी। डीपीओ डॉ. जमाल मुस्तफा ने बताया कि मुख्यालय के निर्देश पर स्कूलों के मुख्य द्वार पर फ्लैक्स में शिक्षकों का फोटो समेत ब्योरा दर्ज किया जाना है।
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