BPSC 70th Mains Exam dates: विरोध के बीच बीपीएससी 70वीं मुख्य परीक्षा की तिथियों का ऐलान
- BPSC Mains Exam dates: बीपीएससी 70वीं मेन्स एग्जाम 25 अप्रैल से 30 अप्रैल 2025 तक होंगे। इसके लिए 21 फरवरी से ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे।
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BPSC Mains Exam dates: बिहार लोक सेवा आयोग ने बुधवार को 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगी परीक्षा रद्द कर फिर से कराने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच सीसीई मुख्य परीक्षा की तिथियों का ऐलान कर दिया। घोषणा के मुताबिक बीपीएससी 70वीं मेन्स एग्जाम 25 अप्रैल से 30 अप्रैल 2025 तक होंगे। इसके लिए 21 फरवरी से ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। बीपीएससी 70वीं प्रीलिम्स पास अभ्यर्थी 17 मार्च तक एप्लाई कर सकेंगे। 23 जनवरी को बीपीएससी ने पीटी का रिजल्ट जारी कर दिया था। इसमें 328990 उम्मीदवारों में से 21581 उम्मीदवार सफल हुए।
यहां देखें
25 अप्रैल
पहली पाली 9.30 बजे से 12.30 बजे - सामान्य हिन्दी
दूसरी पाली 2 बजे से 5 बजे - निबंध
26 अप्रैल
10.00 बजे से 1.00 बजे- सामान्य अध्ययन प्रथम पत्र
28 अप्रैल
10.00 बजे से 1.00 बजे-- सामान्य अध्ययन- द्वितीय पत्र
29 अप्रैल
10.00 बजे से 12.00 बजे-पहली पाली- एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा से संबंधित एक ऐच्छिक विषय
2 बजे से 5 बजे तक - बाल विकास परियोजना पदाधिकारी से संबंधित एक ऐच्छिक विषय
30 अप्रैल
10 बजे से 1 बजे तक - वित्तीय प्रशासनिक पदाधिकारी से संबंधित एक एच्छिक विषय
आयोग ने आरोपों को बताया निराधार
बीपीएससी सचिव सत्यप्रकाश शर्मा ने एक दिन पहले कहा था जिन स्टूडेंट्स ने प्रीलिम्स एग्जाम पास किया है, उन्हें मेन्स को लेकर परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह केस कोर्ट में है और किसी के भी निराधार लगाए गए आरोप का असर स्टूडेंट्स पर नहीं पड़ना चाहिए। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि आयोग ने उन सभी स्टूडेंट्स को नोटिस भेजा है, जिन्होंने अनर्गल और बिना सबूतों के सोशल मीडिया के जरिए ऐसे आरोप लगाएं है, जिससे स्टूडेंट्स गुमराह हो रहे हैं। यही नहीं इस तरह से इस संवैधानिक संस्था की छवि खराब हो रही है। सोशल मीडिया पर बढ़-चढ़कर बोलने से आपके कई व्यूज बढ़ सकते हैं, लेकिन इससे आगे नहीं बढ़ा जा सकता है। हम इन लोगों के खिलाफ मानहानि के बारे में जरूर सोचेंगे।
एक विज्ञप्ति में कहा है कि सोशल मीडिया पर तथाकथित कोचिंग टीचर्स के आरोप निराधार हैं और उनका उद्देश्य छात्रों में अविश्वास पैदा करना है। छात्रों को ऐसे निराधार आरोपों के प्रति आगाह किया जाता है ताकि वे गुमराह न हों। जेडीयू के एमएलसी और पार्टी के प्रवक्ता नीरज कुमार का कहना था कि कोचिंग क्लास यह गलतफहमियां पैदा कर रहे हैं, जिससे उन्हें मीडिया का ध्यान मिले। उन्हें समझना चाहिए कि कोर्ट में सब सामने आ जाएगा। अगर उनके पास सबूत हैं, तो सोशल मीडिया पर दिखाएं।
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