Bihar Board 12th Result : बिहार बोर्ड इंटर आर्ट्स व कॉमर्स में इस बार घट गए टॉपरों के मार्क्स
- बिहार बोर्ड इंटर 2025 की परीक्षा में जहां एक ओर उत्तीर्णता प्रतिशत में 0.71 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। दूसरी ओर टॉपरों के अंक भी घट गए हैं।

बिहार बोर्ड इंटर 2025 की परीक्षा में जहां एक ओर उत्तीर्णता प्रतिशत में 0.71 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। दूसरी ओर टॉपरों के अंक भी घट गए हैं। इस बार राज्य टॉपरों के अंकों पर नजर डाली जाए, तो विज्ञान को छोड़ कर कला-वाणिज्य दोनों ही संकायों में राज्य टॉपरों के कुल अंक पिछले वर्ष की तुलना में कम है। इस बार टॉपर कम अंक पर सिमट गए। कला संकाय में पिछले साल की तुलना में इस बार नौ अंकों की गिरावट हुई है। पिछले साल सबसे अधिक अंक कला संकाय में आए थे। इंटर वार्षिक परीक्षा 2024 के कला संकाय के राज्य टॉपर को 482 अंक मिले थे। लेकिन, इस बार 473 अंकों पर ही राज्य टॉपर सिमट गए हैं। कला संकाय के टॉपर को इंटर परीक्षा 2023 से भी कम अंक हासिल हुए हैं।
वाणिज्य में पिछले साल से कम अंक लाकर बने स्टेट टॉपर : यह हाल सिर्फ कला का ही नहीं है, बल्कि वाणिज्य का भी है। वाणिज्य संकाय में पिछले साल स्टेट टॉपर को 478 अंक हासिल हुए थे। इस बार 475 अंक ही वाणिज्य संकाय में सर्वाधिक मिले हैं। वाणिज्य संकाय में भी पिछले साल की तुलना में अंक में तीन अंकों की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं विज्ञान संकाय में पिछले साल की तुलना में इस बार अंकों में वृद्धि दर्ज की गई है। विज्ञान संकाय में इस बार के स्टेट टॉपर ने पिछले साल के स्टेट टॉपर से तीन अंक अधिक लाए हैं।
दो वर्ष बाद विज्ञान में पटना के छात्र का परचम
पटना। दो साल बाद बाद विज्ञान संकाय में पटना के छात्र का परचम रहा। दो सालों से विज्ञान संकाय में पटना जिले के एक छात्र भी अपनी जगह नहीं बना पा रहे थे। इंटर वार्षिक परीक्षा 2025 में पटना जिले के एक छात्र ने विज्ञान संकाय में राज्य में तीसरा स्थान हासिल कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस बार पटना शहरी क्षेत्र के पटना कॉलेजिएट स्कूल के छात्र रवि कुमार ने यह कमाल कर दिखाया है। पिछले दो सालों में नामी गिरामी के साथ अन्य स्कूलों का भी प्रदर्शन इंटर विज्ञान संकाय में खास नहीं रहा। ग्रामीण तो दूर रिजल्ट देने में शहरी क्षेत्र के स्कूलों का भी प्रदर्शन फिसड्डी रहा। तीन साल पहले 2022 में विज्ञान संकाय में जिले के एक छात्र ने अपनी जगह बनाई थी। वे विज्ञान में संकाय में शीर्ष तीन में अपना स्थान बनाने में कुछ अंकों से पिछड़ गए थे। हाईस्कूल मसौढ़ी के छात्र ने राज्य में चौथा स्थान हासिल किया था।