क्यों गिर रहा भारतीय शेयर मार्केट? गिरावट के ये 4 जिम्मेदार
- Stock Market Today: भारतीय शेयर मार्केट में लगातार हो रही गिरावट के पीछे क्या कारण हैं? क्या ट्रंप का टैरिफ बाजार को गिरने पर मजबूर कर रहा है? आज निवेशकों को एक दिन में करीब 8 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
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Stock Market Today: मिले-जुले ग्लोबल संकेतों के बीच बुधवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 900 अंक से अधिक टूट गया। 30 शेयरों वाला सेंसेक्स अपने पिछले बंद स्तर 76,294 से 900 अंक टूटकर 75,388 के स्तर पर आ गया, जबकि निफ्टी 50 ने 1 फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ 22,798 का स्तर छुआ। मिड और स्मॉलकैप सेगमेंट का प्रदर्शन कमजोर रहा और बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 3 फीसद तक की गिरावट दर्ज की गई।
निवेशकों को करीब 8 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप पिछले सत्र के 408.5 लाख करोड़ रुपये से घटकर लगभग 400.5 लाख करोड़ रुपये रह गया। इस तरह निवेशकों को एक दिन में करीब 8 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
सुबह 11:30 बजे के आसपास सेंसेक्स 504 अंकों की गिरावट के साथ 75,789 पर था, जबकि निफ्टी 50 134 अंकों की गिरावट के साथ 22,937 पर कारोबार कर रहा था।
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के 4 प्रमुख कारण
1. नए आयकर विधेयक से पहले सतर्कता बरत रहे निवेशक
नए आयकर विधेयक से पहले सावधानी मौजूदा बाजार में बिकवाली के पीछे एक कारण हो सकती है। खबरों के मुताबिक, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 1 फरवरी को अपने बजट भाषण के दौरान घोषित नए आयकर (आईटी) विधेयक को गुरुवार को लोकसभा में पेश किए जाने की संभावना है। नए आयकर विधेयक के तहत फाइनेंशियल सिक्यरिटिज पर अधिक टैक्स लगाए जाने की आशंका है।
2. यूएस फेड चेयर जेरोम पॉवेल की तीखीं टिप्पणियां
इस साल अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल द्वारा मंगलवार को कांग्रेस के समक्ष अपने बयान के दौरान ब्याज दरों पर केंद्रीय बैंक के सतर्क रुख की पुष्टि करने के बाद इस साल अतिरिक्त अमेरिकी फेड दर में कटौती की उम्मीदें धराशायी हो गईं। पॉवेल ने कहा कि केंद्रीय बैंक निकट भविष्य में दरों में कटौती के किसी भी दबाव में नहीं है क्योंकि मुद्रास्फीति उच्च बनी हुई है जबकि नौकरी बाजार मजबूत बना हुआ है।
3. एफपीआई की ताबड़तोड़ बिकवाली
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) पिछले साल अक्टूबर से आक्रामक रूप से भारतीय इक्विटी बेच रहे हैं। कुल मिलाकर, उन्होंने अक्टूबर से 2.8 लाख करोड़ रुपये से अधिक के भारतीय स्टॉक को ऑफलोड किया है।
भारतीय शेयर बाजार के बढ़ते वैल्युएशन, ग्रोथ मोमेंटम में कमी, कमजोर तिमाही नतीजे, रुपये की कमजोरी, अमेरिकी डॉलर में मजबूती और बॉन्ड प्रतिफल में वृद्धि सहित कारकों के संगम ने भारतीय शेयर बाजार से बड़े पैमाने पर विदेशी पूंजी निकासी को प्रेरित किया है।
4. ट्रंप का टैरिफ
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ टैंट्रम्स मौजूदा मार्केट सेलऑफ के पीछे एक प्रमुख कारण हैं। दुनियाभर के बाजार टैरिफ नीतियों के कारण बड़े ट्रेड वॉर की आशंका को लेकर चिंतित हैं। ट्रंप के टैरिफ टैंट्रम्स ने कई दिनों तक बाजारों को प्रभावित किया है। मेक्सिको, कनाडा और कुछ हद तक चीन जैसे विशिष्ट देशों को टार्गेट करने से ट्रंप के कदम और सभी देशों में स्टील और एल्यूमीनियम पर आयात शुल्क की ओर बढ़ने से चिंताएं बढ़ गई हैं।
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