चीन-अमेरिका में थमा ट्रेड वॉर, चहक उठे अमेरिकी शेयर बाजार, मंदी का खतरा हुआ कम
एसएंडपी 500 मार्च के बाद से सबसे ऊपर पहुंचा, जबकि नैस्डैक फरवरी के बाद से सर्वोच्च स्तर पर बंद हुआ। डॉलर मजबूत हुआ, जबकि सोने की कीमतें गिरीं क्योंकि ट्रंप के ट्रेड वॉर से वैश्विक अर्थव्यवस्था को गिरने का डर कम हुआ।

अमेरिका और चीन के बीच 90 दिनों के लिए टैरिफ कम करने के समझौते के बाद सोमवार को दुनिया भर के शेयर बाजारों में रौनक रही। यह कदम दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉर को थामने की कोशिश है, जिससे वैश्विक मंदी का डर पैदा हो गया था। रायटर्स के मुताबिक, यह अस्थायी रुकावट उन मूल मतभेदों को हल नहीं करती है जिनकी वजह से यह विवाद हुआ, जैसे अमेरिका का चीन के साथ व्यापार घाटा और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का फेंटेनिल ड्रग संकट रोकने के लिए चीन से और कार्रवाई की मांग।
निवेशकों ने इस कदम का स्वागत किया, लेकिन व्यवसाय अभी भी स्पष्टता चाहते हैं। एसएंडपी 500 मार्च के बाद से सबसे ऊपर पहुंचा, जबकि नैस्डैक फरवरी के बाद से सर्वोच्च स्तर पर बंद हुआ। डॉलर मजबूत हुआ, जबकि सोने की कीमतें गिरीं क्योंकि ट्रंप के ट्रेड वॉर से वैश्विक अर्थव्यवस्था को गिरने का डर कम हुआ।
इस डील के बाद अमेरिकी शेयर मार्केट के बेंचमार्क इंडेक्स डाऊ जोंस 2.81% उछलकर 42,410.10 पर बंद हुआ। जबकि, S&P 500 में 3.26% की उछाल दर्ज की गई। यह 5,844.19 पर बंद हुआ। नैस्डैक में 4.35% की बंपर उछाल रही। यह इंडेक्स 18,708.34 के लेवल पर बंद हुआ।
ट्रंप ने 145% के टैरिफ को 30% कर दिया
समझौते के तहत, अमेरिका ने पिछले महीने लगाए गए चीन के सामान पर 145% के टैरिफ को अगले 3 महीने के लिए 30% कर दिया है। चीन ने भी अमेरिकी सामान पर टैरिफ 125% से घटाकर 10% कर दिया है।
600 अरब डॉलर का ठप था व्यापार
यह राहत उस संघर्ष के बीच आई है, जिसने करीब 600 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार को ठप कर दिया था, जिससे आपूर्ति श्रृंखला बाधित हुई और नौकरियां गईं।ट्रंप और उनके सहयोगियों ने इसे अपनी आक्रामक टैरिफ रणनीति की सफलता बताया।
हालांकि, अमेरिकी उत्पादन को नुकसान पहुंचाने वाले व्यापार असंतुलन का समाधान अभी नहीं हुआ है। अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने माना कि चीन के साथ व्यापार संबंध सुधारने में सालों लगेंगे।
चीन के सरकारी मीडिया ने कहा कि उसने अपने सिद्धांतों पर डटे रहते हुए अमेरिका के साथ सहयोग का रास्ता खोला है। सीसीटीवी ने कहा, "चीन और अमेरिका के बीच आर्थिक सहयोग गहरा और व्यापक है।"