अरबपतियों की नई कैटेगरी सुपरबिलियनेयर में 24 अमीर, क्या अंबानी और अडानी भी हैं शामिल
- Superbillionaire List: दुनिया भर में अरबपतियों की संख्या बढ़ने के साथ ही, अब 'सुपरबिलियनेयर' (सुपर अमीर) की एक नई श्रेणी सामने आई है। यह श्रेणी उन लोगों के लिए है, जिनका नेटवर्थ 50 अरब डॉलर या उससे ज्यादा है।
Superbillionaire List: दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, जेफ बेजोस, मार्क जुकरबर्ग, वॉरेन बफेट जैसे नाम शामिल हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। दुनिया भर में अरबपतियों की संख्या बढ़ने के साथ ही, अब 'सुपरबिलियनेयर' (सुपर अमीर) की एक नई कैटेगरी सामने आई है। यह कैटेगरी उन लोगों के लिए है, जिनका नेटवर्थ 50 अरब डॉलर या उससे ज्यादा है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की सूची में ऐसे 24 लोग शामिल हैं, जिनमें से 16 'सेंटी-बिलियनेयर' हैं, यानी उनकी संपत्ति 100 अरब डॉलर से ज्यादा है।
एक अमेरिकी परिवार की औसत संपत्ति से 20 लाख गुना अधिक है मस्क का नेटवर्थ
एलन मस्क, जो टेस्ला, स्पेसएक्स और न्यूरालिंक जैसी कंपनियों के मालिक हैं, दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। उनकी संपत्ति एक अमेरिकी परिवार की औसत संपत्ति से 20 लाख गुना ज्यादा है। इस सूची में भारत के मुकेश अंबानी और गौतम अडानी भी शामिल हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 90.6 अरब डॉलर है (ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक अभी 84.9 अरब डॉलर) , जबकि गौतम अडानी की संपत्ति 74.8 अरब डॉलर (ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक अभी 65.4 अरब डॉलर) है।
फ्रांस की जीडीपी के बराबर इन 24 लोगों के पास है पैसा
सुपर बिलियनेयर की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। 2014 में इनकी कुल संपत्ति सभी अरबपतियों की संपत्ति का केवल 4% थी, लेकिन अब यह आंकड़ा 16% से ज्यादा हो गया है। इन 24 लोगों की कुल संपत्ति 3.3 ट्रिलियन डॉलर है, जो फ्रांस की जीडीपी के बराबर है। इनमें से ज्यादातर लोग टेक सेक्टर से जुड़े हैं, जैसे एलन मस्क, जेफ बेजोस, मार्क जुकरबर्ग, और लैरी एलिसन। इनकी संपत्ति का बड़ा हिस्सा उनकी कंपनियों के शेयरों से जुड़ा है, जो बाजार के हिसाब से घटता-बढ़ता रहता है।
सुपरबिलियनेयर के पास करोड़ों डॉलर के महंगे घर और प्रॉपर्टी
सुपरबिलियनेयर की बढ़ती संख्या ने लग्जरी मार्केट को भी बढ़ावा दिया है। इन लोगों के पास दुनिया भर में करोड़ों डॉलर के महंगे घर और प्रॉपर्टी हैं। न्यूयॉर्क, मियामी, लॉस एंजेलिस जैसे शहरों में इनके लिए विशेष रूप से बनाए गए लग्जरी अपार्टमेंट और मकानों की बिक्री में तेजी आई है।
अमीरों और गरीबों के बीच बढ़ती जा रही खाई
विशेषज्ञों का कहना है कि यह ट्रेंड दिखाता है कि अमीरों और गरीबों के बीच की खाई बढ़ती जा रही है। पहले के मुकाबले, आज के अरबपतियों की संपत्ति कुछ ही सालों में कई गुना बढ़ जाती है। उदाहरण के लिए, एलन मस्क और जेफ बेजोस की संपत्ति में पिछले कुछ सालों में अरबों डॉलर का उतार-चढ़ाव देखा गया है।
विरासत में नहीं मिली दौलत, खुद बनाई
इसके अलावा, आज के अरबपति ज्यादातर सेल्फ-मेड हैं, यानी उन्होंने अपनी संपत्ति खुद बनाई है। पहले के मुकाबले, अब विरासत में मिली संपत्ति वाले लोगों की संख्या कम होती जा रही है। यह बदलाव 1980 और 1990 के दशक में टेक्नोलॉजी और ग्लोबलाइजेशन के कारण आया।
सबसे अमीर 1% लोगों के पास यूएसस की कुल संपत्ति का 30% हिस्सा
हालांकि, इस तरह की संपत्ति का केन्द्रीकरण समाज में असमानता को बढ़ा रहा है। अमेरिका में, सबसे अमीर 1% लोगों के पास देश की कुल संपत्ति का 30% हिस्सा है, जो 1980 के दशक के मुकाबले काफी ज्यादा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह ट्रेंड आने वाले समय में और बढ़ सकता है, जिससे समाज में और असमानता पैदा होगी।
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