38% लुढ़क गया टाटा की कंपनी का मुनाफा, बावजूद हर शेयर पर ₹27 डिविडेंड देने का ऐलान
- चौथी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर लगभग 38% गिरकर 37.7 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में टाटा की इस कंपनी का 60.5 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ था।

Tata Investment Q4 Results: नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के शेयर आज मंगलवार को कारोबार के दौरान फोकस में रह सकते हैं। दरअसल, सोमवार बाजार बंद होने के बाद टाटा इन्वेस्टमेंट ने अपने मार्च तिमाही के नतीजे जारी किए। चौथी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर लगभग 38% गिरकर 37.7 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन ने 60.5 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ था।
क्या है डिटेल
कंपनी का ऑपरेशन रेवेन्यू 71.2% घटकर 16.4 करोड़ रुपये रह गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 57 करोड़ रुपये था। कंपनी के बोर्ड मेंबर ने 27 रुपये (270%) का डिविडेंड देने की सिफारिश भी की है। इसका पेमेंट सालाना आम बैठक के बाद किया जाएगा, जो आगामी वार्षिक आम बैठक में कंपनी के शेयरधारकों की मंजूरी के अधीन होगा। बता दें कि टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के शेयर सोमवार को बीएसई पर ₹98.75 या 1.57% की बढ़त के साथ ₹6,390.00 पर बंद हुए थे।
कंपनी का कारोबार
टाटा समूह की यह कंपनी नए उद्यमों की स्थापना में भी सहायता करती है और निवेश के विविध पोर्टफोलियो के साथ एक निवेश कंपनी के रूप में कार्य करती है। टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन को 1937 में टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा द इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के नाम से प्रमोट किया गया था। टाटा संस के अलावा, जिसकी कंपनी में 68.5% हिस्सेदारी है, टाटा ग्रुप की अन्य कंपनियां जो टाटा इन्वेस्टमेंट में हिस्सेदारी रखती हैं, उनमें टाटा पावर (1.57%), टाटा केमिकल्स (0.87%), टाटा स्टील (0.45%) और टाटा कंज्यूमर (0.29%) शामिल हैं। जून तिमाही के शेयरधारिता पैटर्न के अनुसार ट्रेंट की भी कंपनी में नगण्य हिस्सेदारी है।