PPF से सुकन्या तक, नए साल में 7 स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर ज्यादा मुनाफा!
बता दें कि सरकार हर तिमाही छोटी बचत योजनाओं की समीक्षा करती है। इसके बाद ब्याज दरें बढ़ाने या घटाने या फिर स्थिर करने का फैसला लिया जाता है। यह फैसला वित्त मंत्रालय की ओर से लिया जाता है।
नए साल के आगाज में अब कुछ दिन बचे हैं। इससे पहले सरकार उन निवेशकों को गुड न्यूज दे सकती है, जिन्होंने सुकन्या समृद्धि योजना और पीपीएफ जैसी स्मॉल सेविंग स्कीम्स में निवेश कर रखा है। ऐसा माना जा रहा है कि सरकार 7 स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दर में बढ़ोतरी कर सकती है। बढ़ोतरी जनवरी से मार्च तिमाही के लिए होने की संभावना है। ऐसा होता है तो निवेशकों को नए साल में ज्यादा मुनाफा मिलेगा। ये वो योजनाएं हैं जिनकी ब्याज दरें लंबे समय से स्थिर हैं।
किन योजनाओं में बढ़ोतरी संभव: जिन योजनाओं में बढ़ोतरी की संभावनाएं हैं उनमें- लोक भविष्य निधि (पीपीएफ), सुकन्या समृद्धि योजना, राष्ट्रीय बचत पत्र योजना, बचत जमा योजना, 1 और 5 वर्षीय सावधि जमा, 5 वर्षीय आवर्ती जमा योजना शामिल हैं।
अभी क्या है ब्याज दरें: आपको बता दें कि नौकरीपेशा लोगों के बीच लोकप्रिय लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) पर ब्याज 7.1 प्रतिशत है। वहीं, बेटियों के लिए शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना पर भी ब्याज दर 7.6 प्रतिशत पर रखा गया है। इसके अलावा राष्ट्रीय बचत पत्र योजना, बचत जमा योजना, 1 और 5 वर्षीय सावधि जमा, 5 वर्षीय आवर्ती जमा योजना पर ब्याज दरें क्रमश: 6.8 प्रतिशत, 4 प्रतिशत, 5.5 और 6.7 प्रतिशत, 5.8 प्रतिशत हैं।
इससे पहले दिसंबर तिमाही के लिए सरकार ने कुछ स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी। यह बढ़ोतरी 0.30 बेसिस प्वाइंट की गई थी। बता दें कि सरकार हर तिमाही छोटी बचत योजनाओं की समीक्षा करती है। इसके बाद ब्याज दरें बढ़ाने या घटाने या फिर स्थिर करने का फैसला लिया जाता है। यह फैसला वित्त मंत्रालय की ओर से लिया जाता है।
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