PPF-सुकन्या जैसी बचत योजनाओं पर बिगड़ सकता है निवेशकों का मूड, समझें वजह
बता दें कि सरकार हर तिमाही छोटी बचत योजनाओं की समीक्षा करती है। इसके बाद ब्याज दरें बढ़ाने या घटाने या फिर स्थिर करने का फैसला लिया जाता है। यह फैसला वित्त मंत्रालय की ओर से लिया जाता है।
पब्लिक प्रॉविडेंड फंड (PPF) और सुकन्या समृद्धि जैसी छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना नहीं है। बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि सरकार अक्टूबर-दिसंबर 2022 तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में बढ़ोतरी नहीं करेगी। अगर ऐसा होता है, तो यह लगातार 10वीं तिमाही होगी, जिसमें कोई बदलाव नहीं होगा। इससे पहले ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि सरकार करीब 27 माह बाद ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने वाली है।
क्यों लगाया जा रहा था अनुमान: तमाम एक्सपर्ट सरकारी सिक्योरिटीज (G-sec) यील्ड बढ़ने की वजह से ब्याज दर में बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे थे। सरकार के ये वो बॉन्ड होते हैं, जिनके रिटर्न के आधार पर ब्याज दरों में इजाफा या कटौती की जाती है। हालांकि, अब बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट में बताया गया है कि संभवत: ब्याज दरें नहीं बढ़ाई जाए।
आपको बता दें कि सरकार हर तिमाही छोटी बचत योजनाओं की समीक्षा करती है। इसके बाद ब्याज दरें बढ़ाने या घटाने या फिर स्थिर करने का फैसला लिया जाता है। यह फैसला वित्त मंत्रालय की ओर से लिया जाता है।
अभी क्या है ब्याज दरें-
पब्लिक प्रॉविडेंड फंड (PPF) - 7.1 फीसदी
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC)- 6.8 फीसदी
वन ईयर टर्म डिपॉजिट स्कीम -5.5 फीसदी
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSC)- 7.4 फीसदी
सुकन्या समृद्धि योजना -7.6 फीसदी
5 साल की आरडी- 5.8 फीसदी
सेविंग डिपॉजिट ब्याज दर- 4 फीसदी
टर्म डिपॉजिट 1 से 5 साल तक ब्याज दर- 5.5-6.7 फीसदी
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