Hindi Newsबिज़नेस न्यूज़Crude oil price below 70 dollars will the prices of petrol and diesel decrease

कच्चे तेल की कीमत 70 डॉलर से नीचे, क्या घटेंगे पेट्रोल-डीजल के दाम

Petrol-Diesel-Crude Price Updates: ब्रेंट क्रूड वायदा 74.30 डॉलर प्रति बैरल पर और यूएस डब्ल्यूटीआई क्रूड वायदा 69.59 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है। इससे पेट्रोल-डीजल के रेट कम होमें की उम्मीद बढ़ गई है

Drigraj Madheshia लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 7 Dec 2023 06:18 AM
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कच्चे तेल के भाव औंधेमुंह गिरकर 70 डाऊलर प्रति बैरल के नीचे आ गए हैं। ब्रेंट क्रूड वायदा 74.30 डॉलर प्रति बैरल पर और यूएस डब्ल्यूटीआई क्रूड वायदा 69.59 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है। इससे पेट्रोल-डीजल के रेट आने वाले दिनों में कम हो सकते हैं, क्योंकि ऐसी खबर आई थी कि सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दैनिक आधार पर संशोधन तभी शुरू करेंगी, जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 80 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल से नीचे स्थिर हो जाएंगी। बता दें भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम 570वें दिन भी नहीं बदले हैं।

बुधवार को कच्चे तेल की कीमतों में 2.5 फीसद की गिरावट आने के पीछे अमेरिकी गैसोलीन इन्वेंट्री में उम्मीद से कहीं अधिक वृद्धि है, जिसने बाजारों को मांग के बारे में चिंतित कर दिया और कच्चे तेल के स्टॉक में गिरावट को कम कर दिया। पिछले सप्ताह अमेरिकी गैसोलीन (Petrol) स्टॉक में 5.4 मिलियन बैरल की वृद्धि हुई। बता दें मजबूत अमेरिकी डॉलर और मांग को लेकर चिंताओं के कारण मंगलवार को तेल की कीमतों में लगभग पांच महीने की गिरावट देखी गई। 

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज  पर 18 दिसंबर को समाप्त होने वाला कच्चा तेल वायदा, पिछली बार 4.75 फीसद की गिरावट के साथ ₹5,791 प्रति बीबीएल पर कारोबार कर रहा था, जो सत्र के दौरान ₹5,784 और ₹6,068 प्रति बीबीएल के बीच ट्रेड कर रहा था।

गिरावट के कारण

कारण नंबर 1- कच्चे तेल के भंडार में 4.6 मिलियन बैरल की गिरावट आई, जो विश्लेषकों के अनुमान से कहीं अधिक 1.4 मिलियन बैरल की गिरावट है। ईंधन की ओर से मांग में कमी आ रही है। विश्लेषकों के अनुसार बाजार अभी सप्लाई की तुलना में डिमांड पर अधिक केंद्रित है।

कारण नंबर 2- पेट्रोलियम निर्यातक देशों और सहयोगियों के संगठन (OPEC+) ने पिछले सप्ताह के अंत में 2024 की पहली तिमाही के लिए लगभग 2.2 मिलियन बैरल प्रति दिन की स्वैच्छिक उत्पादन कटौती पर सहमति व्यक्त की। इस सप्ताह, सऊदी और रूसी अधिकारियों ने कहा कि कटौती हो सकती है मार्च से आगे बढ़ाया या गहरा किया गया।

कारण नंबर 3-बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात करने के लिए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और सऊदी अरब की यात्रा की। तेल की कीमतें और ओपेक+ निर्णय उनके एजेंडे में थे।

कारण नंबर 4-रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा चीन की A1 रेटिंग के आउटलुक को स्थिर से घटाकर नकारात्मक करने के एक दिन बाद चीन की आर्थिक सेहत को लेकर चिंता का भी कीमतों पर असर पड़ा। अमेरिका में निर्यात में गिरावट के कारण अक्टूबर में व्यापार घाटा बढ़ गया, जिससे चौथी तिमाही में आर्थिक विकास में गिरावट आ सकती है।

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