SBI की राह पर बैंक ऑफ बड़ौदा, करोड़ों ग्राहकों को होगा फायदा
भारतीय स्टेट बैंक और अन्य बैंकों की राह पर चलते हुए सार्वजनिक क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने भी रेपो दर आधारित आवास ऋण पेश किया है। बैंक ने बताया कि रेपो आधारित आवास ऋण के साथ...
भारतीय स्टेट बैंक और अन्य बैंकों की राह पर चलते हुए सार्वजनिक क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने भी रेपो दर आधारित आवास ऋण पेश किया है। बैंक ने बताया कि रेपो आधारित आवास ऋण के साथ ग्राहकों के पास एमसीएलआर आधारित दर और रेपो आधारित कर्ज के बीच चयन करने का विकल्प होगा।
उल्लेखनीय है कि विभिन्न बैंकों ने रिजर्व बैंक के नीतिगत दर में कटौती का लाभ ग्राहकों को देना शुरू कर दिया है। भारतीय स्टेट बैंक के बाद शुक्रवार (9 अगस्त) को बैंक ऑफ इंडिया, सिंडिकेट बैंक, आंध्र बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, केनरा बैंक आदि ने 0.10 से 0.30 प्रतिशत तक की कटौती करने की घोषणा की।
सरकारी क्षेत्र के आंध्र बैंक, सिंडिकेट बैंक और बैंक ऑफ इंडिया ने कर्ज की मानक ब्याज दरों में शुक्रवार को 0.25 प्रतिशत की कटौती की। केनरा बैंक ने मानक ब्याज दर 0.10 प्रतिशत घटाने की घोषणा की। इलाहाबाद बैंक ने मानक ब्याज दर 0.15 से 0.20 प्रतिशत कम करने और इंडियन ओवरसीज बैंक तथा यूनियन बैंक ने 0.15 प्रतिशत घटाने की घोषणा की।
रिजर्व बैंक ने इस सप्ताह बुधवार को नीतिगत दर में 0.35 प्रतिशत की कटौती की। यह लगातार चार द्वैमासिक नीतिगत समीक्षा बैठक में रेपो दर में की गयी कटौती है। रेपो दर अब नौ साल के निचले स्तर 5.40 प्रतिशत पर है। इसके बाद बैंकों के ऊपर रेपो दर में कटौती का लाभ उपभोक्ताओं को देने का दबाव बन गया था।
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