Share Market Highlights: शेयर, रुपया और सोना-चांदी सब क्यों गिरे? ये रही सबसे बड़ी वजह
- Share Market Highlights: सर्राफा मार्केट में सोना गिरा, चांदी गिरी और मुद्रा बाजार में रुपया गिरा। घरेलू शेयर मार्केट के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स-निफ्टी भी गिरे। बाजार में निवेशकों को 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक की चोट पहुंची।

Share Market Highlights: गुरुवार का दिन बहुत ही खराब रहा। सर्राफा मार्केट में सोना गिरा, चांदी गिरी और मुद्रा बाजार में रुपया गिरा। घरेलू शेयर मार्केट के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स-निफ्टी भी गिरे। बाजार में निवेशकों को 10 लाख करोड़ से अधिक की चोट पहुंची। चार दिन में सेंसेक्स करीब 3000 से अधिक अंकों का गोता लगा चुका है। डॉलर के मुकाबले रुपया भी पहली 85 के पार चला गया है। सोना-चांदी के भाव भी अब नीचे आ रहे हैं। इन सबके पीछे क्या कारण हैं, आइए समझें..
दुनियाभर के शेयर बाजारों में कोहराम के बाद हिला घरेलू बाजार
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में धीमी कटौती का संकेत देने के बाद दुनियाभर के शेयर बाजारों में कोहराम मच गया। इसके चलते गुरुवार को घरेलू शेयर बाजारों में भी भारी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 965 अंक टूटकर 80,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया।
निफ्टी भी 247 अंक फिसलकर 24,000 के स्तर से नीचे आ गया। विदेशी निवेशकों ने लगातार चौथे दिन बिकवाली की, जिससे निवेशकों को चार दिन में करीब 10 लाख करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिकी फेड के फैसले से पहले ही निवेशक सतर्क थे। इसलिए बाजार में पिछले चार दिन से गिरावट का दौरा जारी था। भारतीय समयानुसार बुधवार देर रात अमेरिकी फेड ने अपना फैसला सुनाया। इसके बाद अमेरिकी बाजारों में भारी गिरावट आई। इसका असर गुरुवार को भारतीय बाजारों पर दिखाई दिया।
सेंसेक्स 950 अंक की भारी गिरावट के साथ खुला। एक समय यह 1162 अंक तक फिसल गया। बाद में इसने कुछ वापसी दिखाई और सेंसेक्स 964.15 अंक यानी 1.20 प्रतिशत फिसलकर 79,218.05 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी भी भारी गिरावट के साथ खुला और यह 300 अंकों तक लुढ़क गया। अंत में यह 247.15 अंक यानी 1.02 प्रतिशत गिरकर 24,000 अंक से नीचे 23,951.70 अंक पर आ गया।
आईटी सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित
अमेरिकी फेड के फैसले का असर शेयर बाजार के कई सेक्टरों पर देखने को मिला। आईटी, ऑटो और बैंकिंग शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली हुई। इनके सूचकांक दो फीसदी तक फिसल गए।
विशेषज्ञों का कहना है कि बीते कुछ दिनों से अमेरिकी में ब्याज दरों की खबरों के चलते आईटी कंपनियों के शेयरों में उतार-चढ़ाव आ रहा था। अब आईटी कंपनियों वाले इंडेक्स नैस्डैक में गिरावट का असर भारत की आईटी कंपनियों पर आगे भी दिखेगा।
12 हजार करोड़ के शेयर बेचे
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो और संस्थागत निवेशक (एफआईआई/एफपीआई) पिछले चार दिन से शुद्ध बिकवाल बने हुए हैं। इन दौरान वह 12230.29 करोड़ मूल्य के शेयर बेच चुके हैं।
सबसे ज्यादा उन्होंने बीते मंगलवार को 6,409.86 करोड़ मूल्य के शेयर बेचे थे। इसके बाद उन्होंने गुरुवार को 4,224.92 करोड़ मूल्य की बिकवाली की।
अमेरिकी बाजार में ऐतिहासिक गिरावट
वहीं, फेड के फैसले के बाद अमेरिकी बाजारों में भी ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई। वहां का प्रमुख सूचकांक डाओ जोंस 1123 अंक टूट गया। इसमें लगातार 10वें दिन गिरावट जारी रही। 1974 के बाद पहली बार डॉऊ जोंस लगातार 10 दिन तक फिसला है। वहीं, एसएंडपी500 सूचकांक तीन फीसदी फिसलकर 6,000 के नीचे बंद हुआ। टेक शेयरों का सूचकांक नैस्डैक भी 3.6% फिसलकर बंद हुआ।
इसलिए गिरा बाजार
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बुधवार रात प्रमुख ब्याज दर में 0.25 फीसदी की कटौती कर दी। इसकी बाजार को पहले से ही उम्मीद थी, लेकिन फेड ने यह संकेत भी दिए कि वर्ष 2025 के दौरान दो बार ही कटौती की जा सकती है, जबकि निवेशकों को उम्मीद थी कि फेड ब्याज दरों में तीन या चार कटौती कर सकता है। इससे निवेशकों को निराशा हुई, जिसका असर शेयर बाजारों पर पड़ा। एफआईआई ने भारतीय शेयर बाजार में जोरदार बिकवाली की।
फैसले का बड़ा असर
1. अमेरिकी डॉलर में जबरदस्त तेजी, दो साल के उच्च स्तर पर पहुंचा
2. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतें एक महीने के निचले स्तर आई
3. चांदी 2.5 महीने के निचले स्तर पर पहुंची
4. 10 वर्ष की यूएस बॉन्ड यील्ड 4.52% पर आई
रुपया 14 पैसे टूटकर पहली बार 85 के पार
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले का असर भारतीय रुपये सहित उभरते बाजार की मुद्राओं पर दबाव पड़ा। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया गुरुवार को 14 पैसे टूटकर पहली बार 85 प्रति डॉलर के स्तर को पार कर गया। कारोबार के अंत में 85.08 (अस्थायी) प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ।
विश्लेषकों का कहना है कि आयातकों की ओर से डॉलर की मांग, विदेशी पूंजी की निकासी और घरेलू शेयर बाजारों में नरमी के रुख के बीच निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। मजबूत डॉलर और एफआईआई की निकासी से रुपये पर और दबाव पड़ सकता है। रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 84.94 पर बंद हुआ था।
सोना 800 रुपये लुढ़का, चांदी 2000 रुपये फिसली
कमजोर वैश्विक रुख के बीच आभूषण विक्रेताओं की सुस्त मांग के कारण राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में भारी गिरावट आई। 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 800 रुपये टूटकर 78,300 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। बुधवार के पिछले कारोबारी सत्र में यह 79,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। वहीं, चांदी भी 2,000 रुपये गिरकर 90,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। पिछले सत्र में चांदी 92,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
कारोबारियों ने कहा कि फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के बाद सोने में भारी गिरावट आई। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चांदी 2.47 प्रतिशत गिरकर 29.98 डॉलर प्रति औंस पर बोली गई।
बजट जानें Hindi News, Business News की लेटेस्ट खबरें, शेयर बाजार का लेखा-जोखा Share Market के लेटेस्ट अपडेट्स Investment Tips के बारे में सबकुछ।