Share Market Highlights: शेयर मार्केट से निवेशक अभी रहें दूर या खरीदारी का है मौका?
- Share Market Highlights: जून से लगातार चार महीने की बढ़त के बाद अकेले अक्टूबर में सूचकांक में दो प्रतिशत की गिरावट आई है। सेंसेक्स-निफ्टी 27 सितंबर के अपने रिकॉर्ड हाई से लगभग चार प्रतिशत नीचे आ चुके हैं।
Share Market Highlights: पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और सेबी के नए नियमों का असर गुरुवार को घरेलू शेयर बाजारों पर देखने को मिला। निवेशकों की बिकवाली से दोनों सूचकांक दो प्रतिशत से अधिक टूटे। सेंसेक्स में 1,769 अंक और निफ्टी में 547 अंक की गिरावट आई। इससे निवेशकों के 9.78 लाख करोड़ रुपये डूब गए। पांच अगस्त के बाद बाजार इतनी बुरी तरह टूटा। इस दिन सेंसेक्स ने 2,222 अंक और निफ्टी ने 662 अंक का गोता लगाया था। वहीं, बीते चार कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स दो बार एक हजार अंक से अधिक टूटा है। खबर में जानेंगे कि निवेशकों को अभी क्या करना चाहिए?
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से एक कंपनी ही बढ़त लेने में सफल रही। निफ्टी की 50 में से 48 कंपनियां लाल निशान में रहीं। दोनों मानक सूचकांक 27 सितंबर के अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से लगभग चार प्रतिशत नीचे आ चुके हैं। सेंसेक्स चार सप्ताह के निचले स्तर और 83 हजार के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे 82,497.10 अंक रह गया। चार सितंबर को यह 82,352.64 अंक पर रहा था। निफ्टी 25,250 अंक पर आ गया है।
जून से लगातार चार महीने की बढ़त के बाद अकेले अक्टूबर में सूचकांक में दो प्रतिशत की गिरावट आई है। मिडकैप 2.27 प्रतिशत लढ़ककर 48,362.53 अंक और स्मॉलकैप 1.84 प्रतिशत कमजोर होकर 56,396.36 अंक पर बंद हुआ।
ये सेक्टर्स सबसे ज्यादा टूटे
रियल्टी 4.49
कैपिटल गुड्स 3.18
ऑटो 2.94
इंडस्ट्रियल्स 2.75
सीड 2.50
ऊर्जा 2.47
बैंकिंग 2.23
वित्तीय सेवाएं 2.31
300 से ज्यादा शेयरों में लगा लोअर सर्किट
बीएसई सेंसेक्स में 4,076 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें से 2,864 कंपनियों के शेयर में तेज गिरावट आई। इस दौरान 67 कंपनियों के शेयर एक साल के निचले स्तर पर रहे, जबकि 286 शेयरों में लोअर सर्किट लगा। वहीं, निफ्टी में 2,900 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें से 2,219 शेयरों में गिरावट आई। 63 शेयर सालभर के निचले स्तर आ गए हैं। वहीं, 105 शेयर लोअर सर्किट में रहे।
क्या करें निवेशक
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि इजराइल-ईरान के बीच युद्ध की आशंका बनी हुई है। इजराइल जवाबी कार्रवाई करता है तो बाजार में गिरावट का दायरा बढ़ सकता है। ऐसे में निवेशकों को सतर्कता बरतनी चाहिए और बाजार के स्थिर होने का इंतजार करना चाहिए। लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह अच्छा मौका बन सकता है। वे निचले स्तर से शेयरों में निवेश कर सकते हैं।
विदेशी निवेशकों ने की भारी बिकवाली
पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव से विदेशी संस्थागत निवेशकों ने वैश्विक बाजारों से निकासी तेज कर दी है। घरेलू शेयर बाजारों से तीन दिन में तेज बिकवाली की है। गुरुवार को करीब 15 हजार करोड़ मूल्य के शेयर बेचे। इससे पहले 1 अक्तूबर को 5,579 करोड़ के शेयर बेचे थे। वहीं, 30 सितंबर को 9,791.93 करोड़ के शेयर बेचे थे। इस तरह बीते तीन कारोबारी सत्रों करीब 30 हजार करोड़ मूल्य के शेयर बेच चुके हैं।
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