Hindi Newsबिज़नेस न्यूज़Investors are delighted with the results of Reliance Industries there is a rush to buy shares

रिलायंस इंडस्ट्रीज के नतीजों से निवेशक गदगद, शेयर खरीदने की मची लूट

  • RIL Share Price: रिलायंस के शेयर आज सुबह 1322.25 रुपये पर खुले और 1326 रुपये के डे हाई को टच करने के बाद सुबह पौने दस बजे के करीब 2.40 पर्सेंट ऊपर 1297 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे। कंपनी का इंटीग्रेटेड नेट प्रॉफिट चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 7.4 प्रतिशत बढ़कर 18,540 करोड़ रुपये रहा है।

Drigraj Madheshia लाइव हिन्दुस्तानFri, 17 Jan 2025 09:57 AM
share Share
Follow Us on

RIL Share Price: रिलायंस इंडस्ट्रीज के नतीजों से गदगद निवेशक आरआईएल के शेयरों पर टूट पड़े हैं। रिलायंस के शेयर आज सुबह 1322.25 रुपये पर खुले और 1326 रुपये के डे हाई को टच करने के बाद सुबह पौने दस बजे के करीब 2.40 पर्सेंट ऊपर 1297 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे। बता दें देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. का इंटीग्रेटेड नेट प्रॉफिट चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 7.4 प्रतिशत बढ़कर 18,540 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी के खुदरा कारोबार में तेजी आने, दूरसंचार क्षेत्र में कमाई बढ़ने के साथ पेट्रोरसायन कारोबार का अच्छा प्रदर्शन बरकरार रहने से मुनाफा बढ़ा है।

रिलायंस ने गुरुवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 18,540 करोड़ रुपये यानी 13.70 रुपये प्रति शेयर रहा है। इससे पूर्व वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी को 17,265 करोड़ रुपये यानी 12.76 रुपये प्रति शेयर का लाभ हुआ था। चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का लाभ 16,563 करोड़ रुपये रहा था।

ये भी पढ़ें:अंबानी ने किया 5 क्रांतिकारी प्लान का ऐलान, बदल जाएगी जामनगर रिफाइनरी की सूरत

3.5 लाख करोड़ रुपये का कर्ज

कंपनी की टैक्स से पहले इनकम (ईबीआईटीडीए) दिसंबर तिमाही में 7.8 प्रतिशत बढ़कर 48,003 करोड़ रुपये रही। वित्तीय लागत में लगभग सात प्रतिशत की वृद्धि के बावजूद कंपनी की कर पूर्व आय बढ़ी है। वित्त की लागत बढ़ने का कारण उच्च कर्ज है, जो 31 दिसंबर, 2024 को 3.5 लाख करोड़ रुपये रहा जो सितंबर तिमाही में 3.36 लाख करोड़ रुपये और दिसंबर, 2023 को समाप्त तिमाही में 3.11 लाख करोड़ रुपये था।

दिसंबर तिमाही में कंपनी की आय 2.67 लाख करोड़ रुपये

कंपनी की आय दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर 7.7 प्रतिशत बढ़कर 2.67 लाख करोड़ रुपये रहा। उच्च शुल्क दर और नये ग्राहकों के आने से कंपनी की दूरसंचार इकाई जियो का लाभ बढ़ा है। वहीं अधिक स्टोर और ग्राहकों ने खुदरा व्यवसायों को आगे बढ़ाने में मदद की। अच्छी घरेलू मांग और बढ़ते पेट्रोरसायन मार्जिन से तेल-रसायन कारोबार का प्रदर्शन अच्छा रहा।

जियो का मुनाफा 24 प्रतिशत उछला

जियो इन्फोकॉम का एकल आधार पर शुद्ध लाभ तीसरी तिमाही में 24 प्रतिशत बढ़कर 6,477 करोड़ रुपये रहा। जियो प्लेटफॉर्म्स का लाभ 26 प्रतिशत बढ़कर 6,861 करोड़ रुपये रहा। जियो प्लेटफॉर्म्स कंपनी के सभी डिजिटल कारोबार का मंच है। जियो के सभी चार प्रमुख मानदंडों... डेटा मिनट उपयोग, डेटा खपत, औसत प्रति-उपयोगकर्ता आय और ग्राहकों की संख्या... में वृद्धि हुई। ग्राहक आधार दिसंबर, 2024 को समाप्त तिमाही में बढ़कर 48.21 करोड़ हो गया जो इससे पिछली तिमाही जुलाई-सितंबर, 2024 में 47.88 करोड़ था।

पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में यह आंकड़ा 47.09 करोड़ था। प्रति ग्राहक औसत कमाई (एआरपीयू) 200 रुपये प्रति माह के आंकड़े को पार कर गई और तीसरी तिमाही में यह 203.3 रुपये थी, जबकि पिछली तिमाही में यह 195.1 रुपये और एक साल पहले 181.7 रुपये था।

कंपनी की खुदरा इकाई रिलायंस रिटेल वेंचर्स लि. का लाभ सालाना आधार पर 10 प्रतिशत बढ़कर 3,458 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने इस दौरान 779 नए स्टोर खोले, जिससे दुकानों की संख्या 19,102 हो गई। वहीं त्योहारों की खरीदारी की वजह से स्टोर में आने वाले ग्राहकों की संख्या बढ़कर 29.6 करोड़ हो गई। एक साल पहले यह 28.2 करोड़ थी।

तेल-रसायन कारोबार का कैसा रहा प्रदर्शन

तेल-रसायन कारोबार यानी रिफाइनरी और पेट्रो रसायन संयंत्र की कर पूर्व आय 2.4 प्रतिशत बढ़कर 14,402 करोड़ रुपये रही। रिफाइनरियों ने अधिक मात्रा में कच्चे तेल का प्रसंस्करण किया और पेट्रोरसायन मार्जिन में सुधार हुआ।

बयान में कहा गया है कि ईंधन खुदरा कारोबार में, जियो-बीपी ने 'पेट्रोल और डीजल दोनों में अब तक की सबसे अधिक तिमाही बिक्री' दर्ज की है। जियो-बीपी रिलायंस की ब्रिटेन की बीपी की संयुक्त उद्यम इकाई है। केजी-डी6 ब्लॉक से कम गैस उत्पादन और कोयला खानों से निकलने वाली गैस की कीमत में गिरावट के कारण इसके तेल और गैस कारोबार का कर-पूर्व लाभ तीसरी तिमाही में 4.1 प्रतिशत घटकर 5,565 करोड़ रुपये रहा।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश डी अंबानी ने कहा, ''तिमाही परिणाम हमारे कारोबार में निहित ताकत और मजबूती को बताता है। तीसरी तिमाही में रिकॉर्ड कर पूर्व आय और एकीकृत शुद्ध लाभ इसका प्रमाण है। ' उन्होंने कहा, ''डिजिटल सर्विस बिजनेस में मजबूत वृद्धि का कारण ग्राहकों की तादाद में निरंतर बढ़ोतरी है। यह बेहतर ग्राहक मिश्रण और 5जी नेटवर्क को उन्नत करने वाले उपभोक्ताओं की बढ़ती संख्या के दम पर हुआ।''

अंबानी ने कहा, ''खुदरा खंड के सभी प्रारूपों ने उल्लेखनीय योगदान के साथ मजबूत प्रदर्शन किया है। तिमाही के दौरान, त्योहारी मांग के कारण खपत में हुई वृद्धि का, कारोबार ने कुशलतापूर्वक लाभ उठाया। लोगों की जरूरतों और प्राथमिकताओं की बेहतर समझ, रिलायंस रिटेल को सही समय पर, सही चैनल के माध्यम से, सही उत्पाद के साथ विभिन्न प्रकार ग्राहकों की सेवा करने में सक्षम बनाती है।''

अंबानी ने कहा कि रिफाइनिंग मार्जिन में तिमाही आधार पर सुधार हुआ है। उन्होंने कहा, ''तेल और गैस उत्पादन इकाई भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है...।''

 बजट 2024 जानेंHindi News  ,  Business News की लेटेस्ट खबरें, इनकम टैक्स स्लैब Share Market के लेटेस्ट अपडेट्स Investment Tips के बारे में सबकुछ।

अगला लेखऐप पर पढ़ें