एक बार फिर अडानी पर हिंडनबर्ग का अटैक, क्या फिर शेयरों में आएगा भूचाल? एक्सपर्ट ने बताया
- Adani Group Stocks: हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक बार फिर अडानी समूह पर अटैक किया है। इस बार यूएस-आधारित शॉर्ट सेलर ने सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच को भी अपने लपेटे में लिया है।
Adani Group Stocks: हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक बार फिर अडानी समूह पर अटैक किया है। इस बार यूएस-आधारित शॉर्ट सेलर ने सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच को भी अपने लपेटे में लिया है। अपनी नई रिसर्च रिपोर्ट में हिंडनबर्ग ने बाजार रेगुलेटरी सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच और उनके पति पर अडानी से जुड़े विदेशी फंडो में हिस्सेदारी होने का आरोप लगाया है। हिंडनबर्ग ने शनिवार देर रात जारी अपनी नई रिपोर्ट में कहा कि सेबी चेयरपर्सन बुच और उनके पति धबल बुच के पास उस विदेशी फंड में हिस्सेदारी है, जिसका उपयोग अडानी समूह में कथित फंड की हेराफेरी को लेकर इस्तेमाल किया गया। हालांकि, सेबी प्रमुख और उनके पति ने संयुक्त रूप से बयान जारी कर हिंडनबर्ग के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे पूरी तरह से बेबुनियाद और आधारहीन बताया है। वहीं, अडानी समूह ने हिंडनबर्ग रिसर्च के नए आरोपों को दुर्भावनापूर्ण और चुनिंदा सार्वजनिक सूचनाओं से छेड़छाड़ करने वाला बताया है। हालांकि, इन सबके बावजूद शेयर बाजार के निवेशकों में डर का माहौल है। निवेशकों में डर है कि कहीं पहले की तरह एक बार फिर अडानी ग्रुप के शेयरों में बड़ी गिरावट तो नहीं आएगी।
अडानी समूह के 10 लिस्टेड स्टॉक
अडानी समूह के 10 लिस्टेड स्टॉक हैं - अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड, अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पावर, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी टोटल गैस, अडानी विल्मर, अंबुजा सीमेंट्स, एसीसी और एनडीटीवी।
क्या कहते हैं मार्केट एक्सपर्ट?
शेयर बाजार के एनालिस्ट्स का मानना है कि हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट का अडानी ग्रुप के शेयरों पर कुछ खास असर नहीं पड़ेगा। उनका मानना है कि इस बार सिनेरियो अलग है। मार्केट एनालिस्टस को उम्मीद है कि हिंडनबर्ग रिसर्च के नए आरोपों के कारण अडानी समूह के शेयरों के साथ पूरे बाजार पर भी इसका खास असर नहीं पड़ेगा। एक्सपर्ट ने कहा कि अडानी समूह के शेयरों पर नवीनतम आरोपों का कोई बड़ा निगेटिव प्रभाव नहीं पड़ेगा। हालांकि, अडानी समूह की कंपनियों के शेयर शुरुआत में गिर सकते हैं लेकिन बहुत जल्द रिकवर भी कर जाएंगे। इंडिट्रेड कैपिटल के ग्रुप चेयरमैन सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, 'मुझे हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट के कारण शेयर बाजार पर बहुत अधिक प्रभाव की उम्मीद नहीं है। शुरुआती प्रतिक्रिया हो सकती है, लेकिन अंतत: बाजार में खरीदारी बढ़ेगी।'
प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख अविनाश गोरक्षकर ने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के कारण सोमवार को बाजार में कोई निगेटिव असर नहीं देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा, 'ये बिना किसी ठोस सबूत के बाजार में शोर मचाने वाले आरोप हैं। मुझे अडानी समूह के शेयरों में बड़ी बिकवाली की उम्मीद नहीं है, क्योंकि बाजार इस हिंडनबर्ग रिपोर्ट को गंभीरता से नहीं लेगा। उनके मुताबिक अडानी ग्रुप की कंपनियों की वित्तीय स्थिति मजबूत है और कमाई में सुधार हो रहा है। इसलिए, भले ही अडानी समूह के शेयरों में शुरुआत में कुछ गिरावट देखी जाए, लेकिन तुरंत रिकवर कर जाएंगे।
2023 में दिखा था बड़ा असर
आपको बता दें कि साल 2023 में जब यूएस शॉर्ट-सेलर ने अडानी ग्रुप पर शेयरों में हेरफेर समेत कई गंभीर आरोप लगाए थे उस वक्त अडानी ग्रुप के स्टॉक्स में भारी गिरावट देखी गई थी। हालांकि, अडानी ग्रुप के शेयरों ने बाद में रिकवर कर लिया और अब ग्रुप के लगभग सभी शेयर प्री-हिंडनबर्ग पीक से ऊपर हैं।
बजट 2024 जानेंHindi News , Business News की लेटेस्ट खबरें, इनकम टैक्स स्लैब Share Market के लेटेस्ट अपडेट्स Investment Tips के बारे में सबकुछ।