ट्रंप के जीतने के बाद बढ़ी डॉलर की दादागीरी, ऑल टाइम लो 84.40 पर पहुंचा
- Dollar Vs INR: राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद डॉलर की दादागीरी बढ़ गई है। रुपया रसातल में जा रहा है और डॉलर रोज रिकॉर्ड बना रहा है। रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में दो पैसे टूटकर अपने ऑल टाइम लो 84.40 प्रति डॉलर पर आ गया।
Dollar Vs INR: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद डॉलर की दादागीरी बढ़ गई है। रुपया रसातल में जा रहा है और डॉलर रोज रिकॉर्ड बना रहा है। रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में दो पैसे टूटकर अपने ऑल टाइम लो 84.40 प्रति डॉलर पर आ गया। एसबीआई की एक शोध रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है कि डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 8-10 प्रतिशत तक कमजोर हो सकता है।
विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी और विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती से निवेशकों की धारणा प्रभावित होने के कारण विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि मध्यम अवधि में रुपये के 83.80 और 84.50 प्रति डॉलर के बीच कारोबार करने के आसार हैं,क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक अपने मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार के दम पर इसमें कोई बड़ी गिरावट को सीमित रखने में सक्षम है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 84.39 प्रति डॉलर पर खुला। शुरुआती सौदों के बाद अपने सर्वकालिक निचले स्तर 84.40 प्रति डॉलर पर पहुंच गया जो पिछले बंद भाव के मुकाबले दो पैसे की गिरावट दर्शाता है। रुपया सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने सर्वकालिक निचले स्तर 84.38 पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.09 प्रतिशत की बढ़त के साथ 105.63 पर रहा। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 71.65 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) सोमवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 2,306.88 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। भाषा निहारिका निहारिका
ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में 8-10 प्रतिशत टूट सकता है रुपया : एसबीआई रिपोर्ट
डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 8-10 प्रतिशत तक कमजोर हो सकता है। एसबीआई की एक शोध रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। गौरतलब है कि डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया। एसबीआई की इस रिपोर्ट का शीर्षक 'अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024: ट्रंप 2.0 भारत और वैश्विक अर्थव्यवस्था को कैसे प्रभावित करेगा' है। इसमें कहा गया है कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में कुछ समय के लिए गिरावट आ सकती है, जिसके बाद स्थानीय मुद्रा मजबूत होगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप की ऐतिहासिक वापसी ने बाजारों और चुनिंदा एसेट्स क्लास में जान फूंक दी है, हालांकि भारत के लिए चुनौतियों और अवसरों दोनों हैं। शुल्क में वृद्धि, एच-1बी वीजा प्रतिबंध और मजबूत डॉलर की संभावना से अल्पावधि में अस्थिरता आ सकती है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि ऐसे में भारत के लिए अपने विनिर्माण का विस्तार करने, निर्यात बाजारों में विविधता लाने और आर्थिक आत्मनिर्भरता बढ़ाने के अवसर भी हैं।
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