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डायबिटीज पीड़ित आंखों का रखें खास ख्याल, आदित्य आई केयर में प्रभावी उपचार उपलब्ध

पिछले कुछ दशकों में डायबिटीज एक आम बीमारी हो गई है। दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि डायबिटीज अपने साथ कई परेशानियों को लेकर आती है।

Anant Joshi joshi Brand Post, Tue, 30 May 2023 01:05 PM
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पिछले कुछ दशकों में डायबिटीज एक आम बीमारी हो गई है। दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि डायबिटीज अपने साथ कई परेशानियों को लेकर आती है। जैसे हाई ब्लड शुगर वाले लोगों की आंखें अक्सर जल्दी कमजोर हो जाती है। लेकिन कई बार मरीज इन लक्षणों को इग्नोर कर देते हैं, और यही आगे जाकर उनकी आंखों के लिए एक बड़ी समस्या बन जाती है। तो आइए जानते हैं, कैसे रखें आंखों का ख्याल और डायबिटीज के मरीजों की आंखों में होने वाली समस्या के बारे में...

डायबिटीज से होने वाली आंखों की समस्याएं

डायबिटिक रेटिनोपैथी: इस स्थिति में लंबे समय तक ब्लड शुगर बढ़ा रहता है। इसमें आंख के पीछे रेटिना तक फैली हुई ब्लड वेसेल्स को नुकसान पहुंचता है, जिससे आंख में ब्लड और तरल पदार्थ का रिसाव होता है, जो धुंधला दिखने का कारण बनता है।

डायबिटीज और ग्लूकोमाः ग्लूकोमा कई तरह से हो सकता है, डायबिटीज आंख के ऑप्टिक नर्व के नुकसान से संबंधित प्रोकंडीशन होती है। सामान्य तौर पर ग्लूकोमा से पीडित होने की संभावना एक गैर डायबिटीज मरीज के मुकाबलें डायबिटीज वाले मरीजों में लगभग दोगुना होती है।

डायबिटिक मैक्युला इडिमा/इस्केमिया: मैक्युला न केवल रेटिना का सबसे संवेदनशील हिस्सा होता है, बल्कि यह एक फंक्शनल सेंटर होता है, जिसकी वजह से हमें पढ़ने, चेहरे को पहचानने और ड्राइव करने में मदद मिलती है, लेकिन, असाधारण रूप से हाई ब्लड शुगर होने के कारण मैक्युला में सूजन हो जाती है, जिसे मैक्युला इडिमा कहा जाता है और इससे धीरे नजर आना कम होता जाता है।

डायबिटिक मोतियाबिंदः इससे डायबिटीज के मरीज में दिखना बंद हो जाता है। शुगर का हाई लेवल होने से आंख के लेंस में सूजन हो सकती है, विशेष रूप से प्रीडायबिटिक कॉम्प्लीकेशन्स वाले लोगों में मोतियाबिंद होने की संभावना दोगुनी हो जाती है।

जांचों के प्रकार

फ्लोरेसिन एन्जियोग्राफी : एक फ्लोरेसिन एंजियोग्राम मेडिकल प्रक्रिया है जिसमें एक फ्लोरोसेंट डाई को रक्तप्रवाह में इंजेक्ट किया जाता है। इस परीक्षण का उपयोग पर्दे पर खून का प्रवाहपता करने के लिये किया जाता है।

ओ.सी.टी. एन्जियोग्राफी: इस तकनीक में बिना इंजेक्शन लगायें है। खून के प्रवाह को जाना जा सकता है। इसमें आंख के पर्दे के विभिन्न क्षेत्रों की वाहिकाओं को सटीक रूप से चित्रित करने के लिए चलती लाल रक्त कोशिकाओं का उपयोग करते है।

ओ.सी.टी. स्कैन: यह एक तरीके से आंख के पर्दे का सी टी स्कैन होता है जिसके माध्यम से पर्दे की सभी लेयर्स में आने वाली सूजन व बीमारियों का पता लगाया जा सकता है। डायबिटिक मरीज के लिये हर बार ओ.सी.टी. स्कैन का उपयोग किया जाता है।

टोनोमेट्री: ओकुलर टोनोमेंट्री का प्रयोग यह देखने के लिए किया जाता है कि क्या आपको ग्लूकोमा का खतरा है या नहीं।

डायबिटिक रेटिनोपैथी के ट्रीटमेंट के ऑप्शन का रोल

इंट्राविट्रियल इंजेक्शन इंट्राविट्रियल इंजेक्शन आंख में दवा का एक शॉट है। आंख के अंदर एक जेली जैसा तरल पदार्थ (कांच का) भरा होता है। इस प्रक्रिया के दौरान एक बहुत ही पतली सुई से दवाई की मात्रा को आंख के अंदर डाल दिया जाता है। यह इंजेक्शन आंख में सूजन (मैकुलर इंडिया) व ब्लीडिंग (विट्हैमरेज) में उपयोग किया जाता है।

लेजर : लेजर एक तरह की पदं सिकाई जिसमें मशीन के माध्यम से हरे रंग के प्रकाश को पर्दे पर डाला जाता है जिससे सूजन (मैकुलर इडिमा) व ब्लीडिंग (विट्र हैमरेज) वाले क्षत्रों में आराम मिलता है।

सर्जरी: विट्रोक्टोमी एक शल्य प्रक्रिया है जो आपके नेत्रगोलक के अंदर तरल पदार्थ को निकालने के लिए किया जाता है, इसका उपयोग अक्सर विटू हैम्बरेज और पर्दे पर खिचाव (रेटिनल डिटैचमेंट) वाले मरीजों में किया जाता है

आदित्य आई केयर में उपलब्ध सुविधाएं

कानपुर में आंखो के इलाज के लिए जाना माना नाम आदित्य आई केयर  में आपको पहले से और भी स्पष्ट दृष्टि और सफल उपचार उपलब्ध करा रहें है। शंकर आदित्य आई केयर एक ही छत के नीचे आंखों का इलाज किसी भी उम्र के लोगो के लिए विशेष देख रेख और सफलतापूर्वक उपलब्ध करा रहे है। हमारे यहां टीपीए, आयुष्यमान, सीजीएचएस व हैल्थ इन्श्योरेन्स की सुविधाएं भी दी जा रही है। हमारे यहां विशेष तौर पर कैटरेक्ट, लेसिक, ग्लूकोमा, रेटिना आदि आंखों की बिमारियों का इलाज वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ. अभिषेक वाजपेयी  की देख रेख में अत्याधुनिक मशीनों के द्वारा सफलतापूर्वक किया जाता है। हमारा उद्देश्य यह है कि हम कानपुर वासियों को वह सुविधाएं  दें जो बड़े शहरों में उपलब्ध हैं जिससे वह कानपुर में ही रहकर गुणवत्तायुक्त इलाज करा सकें।

खास सुविधाएं

• ओसीटी एंजियोग्राफी की सुविधा

• उत्तम इन्फ्रास्ट्रक्चर

• अनुभवी डॉक्टर

डॉ. प्रोफाइल

डॉक्टर अभिषेक वाजपेयी

एम.एस.

नेत्र रोग विशेषज्ञ

अस्पताल का समय

सुबह 11 बजे से 2 बजे तक

पता - 104ए/326, रामबाग, कानपुर

फोन नंबर: 9839345275, 7651948442

 

अस्वीकरण : इस लेख में किए गए दावों की सत्यता की पूरी जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति / संस्थान की है ।

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